Edited By ,Updated: 14 Apr, 2016 11:51 PM
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने आज दावा किया कि रोहित वेमुला को ‘छात्रों के बीच बी आर अंबेडकर की बात करने के लिए’ आत्महत्या करने पर मजबूर किया गया
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने आज दावा किया कि रोहित वेमुला को ‘छात्रों के बीच बी आर अंबेडकर की बात करने के लिए’ आत्महत्या करने पर मजबूर किया गया। उन्होंने साथ ही घटना के लिए जिम्मेदार ‘दो मंत्रियों’ को बर्खास्त करने की भी मांग की।
केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर भी हमला करते हुए पूछा कि क्या अंबेडकर की तस्वीरों पर माल्यार्पण करने भर से दलित नेता के सपने पूरे हो जाएंगे और कहा कि ‘‘देश में अभिव्यक्ति की कोई आजादी नहीं है।’’ उन्होंने कहा वेमुला को छात्रों में बाबासाहब की बात करने के लिए आत्महत्या करने पर मजबूर किया गया। सांवैधानिक पदों पर बैठे लोग उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे जिन्होंने रोहित को आत्महत्या के लिए मजबूर किया? क्या प्रधानमंत्री के महू जाकर उनकी अंबेडकर तस्वीर पर माल्यार्पण करने से बाबासाहब के सपने पूरे हो जाएंगे?’’
मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘बाबासाहब ने तीन शब्द दिए थे - स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा... वे कहते हैं कि कश्मीर में भारत माता की जय का नारा मत लगाइए और बाकी देश में जो यह नारा नहीं लगाता उन्हें पीटते हैं। देश में अभिव्यक्ति की कोई आजादी नहीं है। कोई समानता नहीं है। कोई भाईचारा नहीं है। वे एक को देशभक्त कहते हैं और दूसरे को राष्ट्रविरोधी, एक को कश्मीरी दूसरे को गैर कश्मीरी, एक को जेएनयू वाला और दूसरे को गैर जेएनयू वाला।’’ उन्होंने मोदी की तरफ साफ इशारा करते हुए कहा कि संविधान का मजाक बनाने वाले लोगों को अंबेडकर की जन्मस्थली पर उनपर माल्यार्पण कर उनका सम्मान करने का ‘दिखावा’ नहीं करना चाहिए। वे देश को बांट रहे हैं।