Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Sep, 2017 04:43 PM
पीएमओ रक्षा मंत्रालय से जुड़े पनडुब्बी, लड़ाकू विमानों और हल्के लड़ाकू वाहनों के प्रोजेक्ट्स के लिए समीक्षा करने की प्लानिंग करने की तैयारी में है
नई दिल्लीः एनडीए सरकार करीब तीन साल बाद मेक इन इंडिया के तहत रक्षा क्षेत्र में हुए काम की समीक्षा करने जा रही है। सूत्रों की मानें तो प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) रक्षा मंत्रालय से जुड़े पनडुब्बी, लड़ाकू विमानों और हल्के लड़ाकू वाहनों के प्रोजेक्ट्स के लिए समीक्षा करने की प्लानिंग करने की तैयारी है।
जानकारी के मुताबिक, "मेक इन इंडिया के तहत डिफेन्स प्रोजेक्ट्स में सरकारी और प्राइवेट स्टेकहोल्डर्स के कामों की समीक्षा पीएमओ करेगा।" सूत्रों के अनुसार, लंबे से अटके प्रोजेक्ट्स को गति देने के लिए सरकार यह कदम उठाया है।
मेक इन इंडिया के तहत तैयार होने वाले कई बड़े प्रोजेक्ट्स किसी न किसी कारणों से रुके हुए हैं। एेसे में अब सरकार चाहती है कि ये प्रोजेक्ट्स जल्द से जल्द पूरे हो। इसीलिए पीएमओ इन प्रोजेक्ट्स की समीक्षा के जरिए रुकावटों को दूर करने का मन बना चुकी है।
जल्द होने वाली समीक्षा बैठक में पीएमओ का फोकस भारतीय सेना को मिलने वाले हथियारबंद लड़ाकू वाहनों पर रहेगा। इसके अलावा स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप पॉलिसी को लेकर भी चर्चा की जाएगी। बता दें, स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप पॉलिसी के तहत रक्षा मंत्रालय पनडुब्बी, हेलिकॉप्टर, लड़ाकू विमान, टैंक आदि को भारत में बनाने पर बढ़ावा दे रहा है।
इसके लिए अमरीका और रूस जैसे देशों की डेफेंस क्षेत्र में काम करने वाली कंपनियां भारतीय कंपनियों के साथ मिलकर इन प्रोजेक्ट्स को पूरा करेंगी।