Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Jan, 2018 03:46 PM
राजस्थान के नागौर जिले में आज एक पुलिसकर्मी ने अपने ही विभाग के कर्मचारी की प्रताडऩा से परेशान होकर परिवार के साथ फांसी का फंदा लगाकर सामूहिक आत्महत्या कर ली। पुलिस सूत्रों के अनुसार सुरपालिया थाना क्षेत्र के बागरासर गांव में सुबह पुलिसकर्मी...
जयपुर: राजस्थान के नागौर जिले में आज एक पुलिसकर्मी ने अपने ही विभाग के कर्मचारी की प्रताडऩा से परेशान होकर परिवार के साथ फांसी का फंदा लगाकर सामूहिक आत्महत्या कर ली। पुलिस सूत्रों के अनुसार सुरपालिया थाना क्षेत्र के बागरासर गांव में सुबह पुलिसकर्मी गैनाराम (38) उसकी पत्नी संतोष (33) पुत्री सुमित्रा (22) पुत्र गणपत (20) के शव फांसी के फंदों पर लटके हुए मिले। घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के इलाकों में सनसनी फैल गई।
एएसआई पर लगाया आरोप
गेनाराम ने परिवार के साथ आत्महत्या करने से पहले सोशल मीडिया पर हाथ से लिखा सुसाइड नोट डाला है जिसमें नागौर एसपी ऑफिस में तैनात एएसआई राधाकिशन माली पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए आत्महत्या के लिए मजबूर होने की बात लिखी गई है। इस नोट में परिवार के अन्य सदस्यों के भी हस्ताक्षर हैं। गेनाराम ने सुसाइड नोट में बताया कि मार्च 2012 में वह पुलिस लाइन स्थित आवास में रहता था। उस समय एएसआई राधाकिशन माली उसका पड़ौसी था तथा दोनों परिवारों में अच्छे संबन्ध थे। उस समय राधाकिशन के क्वार्टर में चोरी की वारदात हुई तो उसने गेनाराम के परिवार पर चोरी का आरोप लगाया। जिसके बाद गेनाराम का जगह-जगह तबादला हुआ और काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
परिजनों ने किया शव लेने से इंकार
नोट में बताया कि कुछ दिनों पहले जांच अधिकारी ने गेनाराम के बेटे के खिलाफ न्यायालय में चालान पेश कर दिया, जिससे पूरा परिवार तनाव में आ गया और सामूहिक आत्महत्या का निर्णय कर लिया। वहीं गेनाराम के रिश्तेदारों ने शव उठाने से इनकार करते हुए एएसआई राधाकिशन की गिरफ्तारी की मांग की। एसपी परिस देशमुख गेनाराम के परिजनों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। पुलिस महानिदेशक ने पूरी घटना की रिपोर्ट तत्काल मांगी है।