Edited By ,Updated: 14 Nov, 2016 03:10 PM
जापान यात्रा से लौटते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक्टिव मोड में दिखे। 500-1000 के नोट बंद को लेकर पहले पीएम मोदी गोवा में गरजे कि वे देश से भ्रष्टाचार खत्म करके रहेंगे
नई दिल्ली: जापान यात्रा से लौटते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक्टिव मोड में दिखे। 500-1000 के नोट बंद को लेकर पहले पीएम मोदी गोवा में गरजे कि वे देश से भ्रष्टाचार खत्म करके रहेंगे, उसके बाद उन्होंने 500-1000 के नोट बंद होने से पड़ने वाले प्रभाव को लेकर देर रात मीटिंग की। मीटिंग प्रधानमंत्री आवास पर हुई थी। उसमें गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली, सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू, ऊर्जा और खनन मंत्री पीयूष गोयल के अलावा वित्त मंत्रालय के बाकी सीनियर लोग मौजूद थे।
रोज 4000 की जगह अब 4500 रुपए बदले जा सकेंगे
शाम को वित्त मंत्रालय द्वारा फैसला लिया गया कि लोग बैंकों से रोज 4000 की जगह अब 4500 रुपए बदलवा सकते हैं और एटीएम से पैसे निकालने की लिमिट को भी बढ़ाकर 2000 से अब 2500 रुपए कर दिया। इसके अलावा एक हफ्ते में पहले लोग 20,000 रुपए निकाल सकते थे जिसे अब बढ़ाकर 24,000 कर दिया गया है। वित्त मंत्रालय ने रविवार को बताया, ‘सभी बैंकों को सलाह दी गई है कि सरकार के नए निर्देशों पर काम हो।
24 नवंबर चलेंगे 500-1000 के नोट
नोटबंदी के बाद देशभर में एटीएम और बैंक के बाहर नोट एक्सचेंज कराने और जमा करने के लिए लोगों को लंबी-लंबी लाइनों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों की परेशानी को देखते हुए सरकार ने पुराने 500 और 1000 रुपए के नोटों को कुछ चुनिंदा जगहों पर चलाने की मियाद 24 नवंबर तक कर दी है। यहां चलेंगे नोट- सरकारी अस्पताल, रेलवे, बस टिकट, पैट्रोल पंप जैसी जगहों पर अब 24 नवंबर तक पुराने 500 और 1000 के नोट चलेंगे।
3 घंटे चली बैठक
पुराने नोट बंद करने के फैसले पर वरिष्ठ मंत्रियों के साथ मोदी की बैठक देर रात करीब 3 घंटे चली। बैठक में वित्त मंत्रालय और रिजर्व बैंक के बड़े अधिकारी मौजूद रहे। इस बैठक में पैसे निकालने की सीमा बढ़ाने सहित कई अहम फैसले लिए गए।
बुजुर्गों के लिए अलग व्यवस्था
बैंकों से बुजुर्गों के लिए अलग व्यवस्था करने को भी कहा गया है। इसके साथ ही पेंशनरों के लिए सालाना जीवन प्रमाण पत्र सौंपने का समय भी जनवरी तक बढ़ा दिया गया है। बैंकों को मोबाइल वालेट और डैबिट तथा क्रैडिट कार्ड जारी करने और उसके उपयोग को बढ़ावा देने की सलाह दी गई है। पैंशनभोगियों के लिए सालाना जीवन प्रमाण-पत्र जमा कराने की अंतिम तिथि नवंबर से बढ़ा कर 15 जनवरी 2017 कर दी गई है, अब पैंशन लेने वाले बुजुर्ग जीवन प्रमाण पत्र अगले साल जनवरी तक जमा करा सकेंगे।