Edited By ,Updated: 24 Sep, 2016 05:08 PM
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पीएसएलवी-सी35 मिशन के लिए उल्टी गिनती आज सुबह 08:42 बजे शुरू हो गई।
श्रीहरिकोटा: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के पीएसएलवी-सी35 मिशन के लिए उल्टी गिनती आज सुबह 08:42 बजे शुरू हो गई। इस मिशन के तहत एक साथ आठ उपग्रहों का प्रक्षेपण होना है। आँध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के पहले प्रक्षेपण स्थल से सोमवार को सुबह 9:12 बजे पीएसएलवी का प्रक्षेपण किया जाएगा।
मिशन की खास बात
इसरो ने बताया कि मिशन रिडिनेस रिव्यू(एमएमआर) समिति तथा लांच ऑथराइजेशन बोर्ड ने शुक्रवार को ही 48 घंटे 30 मिनट की उल्टी गिनती के लिए अपनी मंजूरी दे दी थी। उल्टी गिनती अभी सुचारु ढंग से चल रही है। दोपहर बाद 12:30 बजे तक चौथे चरण के लिए मोना मिथाइल हाइड्रोजाइन भरने का काम पूरा हो चुका था। इस मिशन की खास बात यह है कि इसमें उपग्रहों को अलग-अलग ऊंचाई वाली कक्षाओं में स्थापित किया जाएगा।
PSLV का 37वां प्रक्षेपण
यह पीएसएलवी का 37वां प्रक्षेपण होगा जबकि एक्सएल मोड में यह इसकी 15वीं उड़ान होगी। इसमें मुख्य उपग्रह स्कैटसैट-1 होगा जिसका वजन 377 किलोग्राम है। यह सामुद्रिक तथा मौसम संबंधी अध्ययन में सहायक होगा। इसके अलावा दो उपग्रह भारतीय विश्वविद्यालयों/संस्थानों के हैं जबकि अन्य पांच उपग्रह अल्जीरिया, कनाडा और अमरीका के हैं। इन्हें ध्रुवीय सौर संयोजन कक्षा में स्थापित किया जाएगा। स्कैटसैट-1 को 720 किलोमीटर की ऊंचाई वाली कक्षा में तथा अन्य उपग्रहों को 670 किलोमीटर की ऊंचाई वाली कक्षा में स्थापित किया जाएगा। यह पहली बार है जब पीएसएलवी एक ही मिशन में उपग्रहों को दो अलग-अलग कक्षाओं में स्थापित करेगा।