पंजाब हरियाणा में कम है डेपुटेशन टीचर्स का कोटा : 20 प्रतिशत टीचर्स तो 25 प्रतिशत प्रिंसिपल

Edited By ,Updated: 25 Nov, 2016 11:06 AM

punjab  haryana reduced deputation quota of teachers

चंडीगढ़ के सरकारी स्कूलों में पंजाब व हरियाणा के टीचरों के लिए 20 प्रतिशत व प्रिंसिपल्स के लिए 25 प्रतिशत डेपुटेशन का कोटा निर्धारित है लेकिन इस कोटे की कई सीट अभी भी खाली है वही दूसरी और चंडीगढ़ ?

चंडीगढ़ (ब्यूरो): चंडीगढ़ के सरकारी स्कूलों में पंजाब व हरियाणा के टीचरों के लिए 20 प्रतिशत व प्रिंसिपल्स के लिए 25 प्रतिशत डेपुटेशन का कोटा निर्धारित है लेकिन इस कोटे की कई सीट अभी भी खाली है वही दूसरी और चंडीगढ़ ? काडर का एक गुट उक्त डेपुटेशन को यूटी काडर के लिए नुक्सान मान रही है जबकि दो बार सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल में दो बार डैपुटेशन को चुनॉती दी जा चुकी है जहाँ दूनो बार डेपुटेशन को सही करार दिया जा चुका है। ट्रांसफर न डैपुटेशन पर चंडीगढ़ में कार्यरत प्रिंसिपल्स और टीचर्स का प्रतिनिधित्व कर रहे साइंस टीचर रणवीर सिंह कहना है कि बार-बार उनकी चंडीगढ़ में नियुक्ति पर सवाल उठाना ठीक नहीं क्योंकि जो अनुपात सुनिश्चित किया गया है वह बाकायदा अधिसूचित किया गया है। इस कारण चंडीगढ़ काडर को 80 प्रतिशत नियुक्तियां मिली हैं, जबकि पंजाब से डैप्युटेशन के लिए 12 व हरियाणा से 8 प्रतिशत कोटा दिया गया है। उन्होंने यह भी साफ किया कि जो 20 प्रतिशत कोटा निर्धारित है उनकी डैपुटेशन की समय सीमा निर्धारित नहीं है, क्योंकि वह डैपुटेशन पर यहां आए हैं।

 

ये हैं नियम
जो नियम हैं उनके मुताबिक जो कोटा हरियाणा व पंजाब से डैपुटेशन वाले टीचर्स या प्रिंसिपल्स का है अगर उसमे रिक्त पद भी हो तो तो भी उसे यू.टी. काडर से नहीं भरा जा सकता। उन्होंने कहा कि पंजाब रिऑर्गनाइजेशन एक्ट के तहत 1966 में डैपुटेशन का कोटा 40 प्रतिशत था लेकिन यू.टी. काडर बनने के बाद वह कम होकर 20 प्रतिशत रह गया है जो उनका है क्योंकि चंडीगढ़ पंजाब व हरियाणा की राजधानी है।  चंडीगढ़ में डैपुटेशन के तहत 1000 से अधिक अध्यापक व प्रिंसीपल काम कर रहे हैं जो तीन-तीन दशकों से सेवाएं दे रहे हैं, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। 


 

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