Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Sep, 2017 02:40 PM
बिहार की राजनीति में मची हुई उथल पुथल कम होने का नाम नहीं ले रही है। महागठबंधन की टूट के बाद अब कांग्रेस और राजद के गठबंधन पर सवाल खड़ा हो गया है।
पटनाः बिहार की राजनीति में मची हुई उथल पुथल कम होने का नाम नहीं ले रही है। महागठबंधन की टूट के बाद अब कांग्रेस और राजद के गठबंधन पर सवाल खड़ा हो गया है। यह सवाल किसी ओर की वजह से नहीं, कांग्रेस विधायकों की वजह से ही खड़ा हुआ है।
बिहार में कांग्रेस के बागी विधायकों ने पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर राजद के साथ गठबंधन को तोड़ने का दवाब बना दिया है। ऐसी स्थिति में यह देखना काफी दिलचस्प होगा कि राहुल इस बारे में क्या निर्णय लेते हैं।
इसी मुद्दे के चलते राहुल गांधी ने पिछले हफ्ते पार्टी के विधायकों से मुलाकात की थी। सूत्रों के अनुसार, विधायकों द्वारा राहुल के सामने यह बात स्पष्ट कर दी गई कि वह राजद के साथ गठबंधन को खत्म करना चाहते हैं।
कांग्रेसी विधायक अजीत शर्मा का कहना है कि अगले 2 साल तक संगठन को मजबूत करने के बाद भी अगर कांग्रेस को लगता है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में लालू की पार्टी के साथ गठबंधन जरूरी है तो उस वक्त गठबंधन करना चाहिए। अजीत शर्मा ने लालू प्रसाद यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि लालू के साथ गठबंधन के चलते कांग्रेस कमजोर हो चुकी है। उन्होंने कहा कि लालू ने कभी भी पार्टी को महत्व नहीं दिया है।