Edited By ,Updated: 26 Sep, 2016 11:17 AM
राजस्थान के सीकर के रहने वाले रिटायर्ड फौजी दिगेंद्र सिंह एक बार फिर सीमा पर पाकिस्तानी फौज का सामना करने को तैयार हैं।
सीकरः राजस्थान के सीकर के रहने वाले रिटायर्ड फौजी दिगेंद्र सिंह एक बार फिर सीमा पर पाकिस्तानी फौज का सामना करने को तैयार हैं। साल 1999 के करगिल वार में दिगेंद्र ने डटकर पाकिस्तानी फौज का सामना किया था। इस दौरान उन्हें पांच गोलियां लगी थी, फिर भी उन्होंने कुल 48 पाकिस्तानी सैनिकों और घुसपैठियों को मार गिराया था।
जंग हुई तो लडऩे जाऊंगा
झालरा गांव के रहने वाले दिगेंद्र ने उरी हमले के बाद कहा कि इस बार युद्ध हुअा तो ये लडऩे के लिए बॉर्डर पर जरूर जाएंगा और 100 काे मारकर अाऊंगा। उनका कहना है कि जिस दिन युद्ध की घोषणा होगी, मैं बिस्तर उठाकर अपनी बटालियन के पास चला जाउंगा। अगर भारतीय सरकार या मेरी बटालियन आदेश नहीं देगी तो इसके लिए हर संभव कोशिश करुंगा। वे सेना की सबसे बेहतरीन बटालियन 2 राजपूताना रायफल्स में थे।
काट दिया था पाक मेजर का सिर
करगिल युद्ध के दौरान दिगेंद्र ने चाकू से पाकिस्तान के मेजर अनवर का सिर काटकर उसमें तिरंगा फहराया था। दिगेन्द्र के मुताबिक, उनके पास युद्ध का अनुभव है। अगर लड़ने का मौका नहीं मिला तो क्या हुआ साथी फौजियों के लिए किसी काम तो आ सकता हूं। युद्ध के बाद दिगेन्द्र सिंह को राष्ट्रपति डॉक्टर केआर नारायणन ने महावीर चक्र से नवाजा था। दिगेंद्र को इंडियन आर्मी को बेस्ट कोबरा कमांडो के रूप में भी जाना जाता था। 47 साल के दिगेद्र सिंह 2005 में रिटायर हुए थे।