Edited By ,Updated: 23 Oct, 2016 07:53 PM
जस्थान जैतून तेल का स्वयं का ब्रांड पेश करने की तैयारी में है। इसके बारे में राज्य का दावा है कि यह देश का पहला स्वदेशी उत्पादित ...
जयपुर: राजस्थान जैतून तेल का स्वयं का ब्रांड पेश करने की तैयारी में है। इसके बारे में राज्य का दावा है कि यह देश का पहला स्वदेशी उत्पादित ब्रांड होगा। राज्य के कृषि मंत्री प्रभु लाल सैनी ने कहा कि राज्य ग्लोबल राजस्थान एग्री-टेक बैठक (जीआरएएम) में ‘राज आेलिव ऑयल’ ब्रांड नाम से अपना जैतून तेल पेश करेगा। उत्पाद पेश किए जाने के बाद राज्य इसके विपणन के उपायों पर काम करेगा और अपना उत्पादन बढ़ाने के लिए विशेषज्ञों से सहयोग मांगेगा।
कृषि अधिकारियों के अनुसार राज्य ने अब तक नौ टन जैतून तेल की नीलामी की है और उसकी ‘राज आेलिव’ ब्रांड के तहत जीआरएएम में 4,500 लीटर के विपणन की योजना है। इसका विपणन राजस्थान आेलिव कल्टीवेशन लिमिटेड (आरआेसीएल) के जरिए किया जाएगा। आरआेसीएल राज्य सरकार, भारत स्थित फिनोलेक्स प्लासोन इंडस्ट्रीज तथा इस्राइल की इंडोआेलिव इंडस्ट्रीज की संयुक्त उद्यम इकाई है।
राजस्थान ने 2008 में इस्राइल से जैतून के 1.12 लाख पौध लाकर यहां उसकी खेती की इन पौधों को 182 हैक्टेयर सरकारी जमीन पर लगाया गया। इसे सात कृषि जलवायु क्षेत्र बस्सी, बकालिया, सांथु, बरोर, टिंकिरूडी, लुनकरणसर तथा बसाबासिना गांव में लगाया गया। आरआेसीएल के प्रबंध निदेशक योगेश वर्मा ने कहा कि आठ साल बाद खेती 800 हैक्टेयर क्षेत्र में फैल गई और हम भारत में विकसित पहला आेलिव ऑयल ब्रांड पेश कर रहे हैं।