Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Sep, 2017 05:17 PM
बिहार में आए सियासी घमासान के बाद जदयू के बीच आपसी तनाव बढ़ता जा रहा है। जदयू से बागी हो चुके नेता शरद यादव के प्रति पार्टी ने कड़ा रुख अपना लिया है।
नई दिल्लीः बिहार में आए सियासी घमासान के बाद जदयू के बीच आपसी तनाव बढ़ता जा रहा है। जदयू से बागी हो चुके नेता शरद यादव के प्रति पार्टी ने कड़ा रुख अपना लिया है। शरद यादव की राज्यसभा सदस्यता को रद्द करने के लिए पार्टी के नेता उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू से मिले। जदयू के राज्यसभा में संसदीय दल के नेता आरसीपी सिंह और महासचिव संजय झा ने शरद यादव की सदस्यता खत्म करने की मांग करते हुए उपराष्ट्रपति को पत्र सौंपा।
पार्टी से मिली थी चेतावनी
राजद द्वारा आयोजित की गई 'भाजपा भगाओ, देश बचाओ' महारैली में शरद यादव ने मंच साझा किया था। पार्टी ने उनको रैली मेें शामिल ना होने के लिए चेतावनी देते हुए साफ किया था कि रैली में जाने पर उनको पार्टी से निकाल दिया जाएगा।
शरद के निशाने पर भाजपा
शरद यादव साझी विरासत बचाओ कार्यक्रम के तहत भाजपा पर लगातार निशाना साध रहे हैं। उनका कहना है कि देश को इस समय साझी विरासत की बहुत आवश्यकता है। सूत्रों के अनुसार वह इस कार्यक्रम के तहत अपनी राजनीतिक ताकत दिखाने में भी जुटे हुए हैं।