Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Aug, 2017 10:48 PM
चीन में रणनीतिक मामलों के जानकार ने अरुणाचल प्रदेश पर अपने ही देश के दावे को बेबुनियाद ठहराया है।
बीजिंगः चीन में रणनीतिक मामलों के जानकार ने अरुणाचल प्रदेश पर अपने ही देश के दावे को बेबुनियाद ठहराया है। उनका कहना है कि चीन के लिए अरुणाचल महत्वपूर्ण नहीं है। यह केवल चिकन रिब (सूखी हड्डी) जैसा है।
सामरिक मामलों के चीनी जानकार वांग ताओ ताओ ने कहा, 'चीन और भारत के बीच विवादित क्षेत्र को लेकर वर्षों से तल्ख रिश्ता है। ये विवादित क्षेत्र जो कि राष्ट्रीय जुनून बन गया है, वास्तव में यह चीन के लिए बिल्कुल महत्वपूर्ण नहीं है। यह क्षेत्र चीन के लिहाज से सूखी हड्डी से ज्यादा नहीं है। इस क्षेत्र को लेकर विवाद अर्थहीन है।'
उल्लेखनीय है कि चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिणी तिब्बत बताता है। अप्रैल में चीन ने दलाई लामा की अरुणाचल यात्रा के विरोध में प्रदेश के छह स्थानों के लिए मानक चीनी नाम भी जारी किए थे। चीनी मीडिया का कहना था कि ये नामकरण राज्य पर चीनी दावे को पुख्ता करने के लिए किया गया।