Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Oct, 2017 02:20 PM
वार पटलवार का सिलसिला गुजरात में शुरू हो गया है। हार्दिक पटेल का साथ छोड़कर बीजेपी शामिल हुईं रेश्ामा पटेल ने कांग्रेस और पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के सदस्यों पर उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस बाधित करने का आरोप लगाया है।
आरोप है कि सोमवार को अहमदाबाद...
नेशनल डेस्क: वार पटलवार का सिलसिला गुजरात में शुरू हो गया है। हार्दिक पटेल का साथ छोड़कर बीजेपी में शामिल हुईं रेश्ामा पटेल ने कांग्रेस और पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के सदस्यों पर उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस बाधित करने का आरोप लगाया है। आरोप है कि सोमवार को अहमदाबाद में रेशमा अपने साथी वरुण पटेल के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही थीं, तभी पाटीदार व कांग्रेसियों ने वहां जमकर हंगामा किया। रेशमा ने मंगलवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा, वो शांतिपूर्ण तरीके से बात कर रही थी, तभी वहां आए पांच-छह कांग्रेस एजेंटो ने जय सरदार के नारे लगाने लगे और कहा कि वे पूरे गुजरात में विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। रेशमा ने कहा कि चाहे जितना उनका विरोध हो चाहे जितने उनके पुतले जलाएं जाएं लेकिन वो नहीं डरेंगी। रेशमा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी आंदोलनकारियों को खरीदती है और उन्हें विरोध-प्रदर्शन के लिए भेजती है। उन्होंने कहा, ऐसे एजेंट हिंसा करते हैं और गुजरात की जनता को डराते हैं। राज्य के लिए भाजपा ने जो कुछ भी किया है, उसे उन्हें लॉलीपॉप कहने का कोई अधिकार नहीं है। रेशमा ने यह भी कहा कि उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के बारे में जनता को सतर्क करने की एक कोशिश थी।