Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Feb, 2018 09:04 AM
श्मीर मसले पर पाकिस्तान कोई न कोई भड़काऊ बयान देता रहता है। सोमवार को पाक में मनाए गए कश्मीर सॉलिडेटरी (एकता) डे पर राष्ट्रपति ममनून हुसैन और प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने अपने संदेश में कहा, "क्षेत्र में तब तक शांति और खुशहाली नहीं आ सकती
इस्लामाबादः कश्मीर मसले पर पाकिस्तान कोई न कोई भड़काऊ बयान देता रहता है। सोमवार को पाक में मनाए गए कश्मीर सॉलिडेटरी (एकता) डे पर राष्ट्रपति ममनून हुसैन और प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने अपने संदेश में कहा, "क्षेत्र में तब तक शांति और खुशहाली नहीं आ सकती, जब तक कश्मीर मसला हल न हो जाए। कश्मीर के लोगों की हक की लड़ाई के लिए हम स्पोर्ट देते रहेंगे।''
इस मौके पर राष्ट्रपति ममनून ने कहा, "पाकिस्तान एक बार फिर भारत के कब्जे वाले कश्मीर के लोगों को पॉलिटिकल, मॉरल और डिप्लोमैटिक सपोर्ट देता रहेगा ताकि उन्हें यूएन रेजोल्यूशन के तहत हक मिल सकें।'' अब्बासी ने कहा, "कश्मीर गलियारे के मसला 70 से ज्यादा सालों से चला आ रहा है। जम्मू-कश्मीर के लोगों को उनके मूल अधिकारों लगातार महरूम होना पड़ रहा है।''उन्होंने ये भी कहा, "भारत ने कश्मीर में ऑफिस ऑफ हाई कमिश्नर फॉर ह्यूमन राइट्स और इंडिपेंडेंट परमानैंट ह्यूमन राइट्स कमीशन की टीम को जाने से मना कर दिया था। जब इंटरनैशनल कम्युनिटी को जाने से रोक दिया गया तो वहां की ग्राउंड रियलिटी के बारे में पता कैसे चलेगा। भारत इस मसले को छिपाकर रखना चाहता है।''
पाकिस्तान ने इंटरनैशनल कम्युनिटी से अपील की है वे भारत से तुरंत ह्यूमन राइट्स चार्टर का सम्मान करने के लिए कहें ताकि कश्मीरियों का ह्यूमन राइट्स वॉयलेशन बंद हो और कश्मीर के लोगों की मांग के मुताबिक विवाद हल किया जा सके। वहीं, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के स्पोक्सपर्सन मोहम्मद फैसल ने ट्वीट किया, "कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा होना चाहिए।''
क्या है कश्मीर सॉलिडेरिटी डे?
5 फरवरी को पाकिस्तान में कश्मीर की एकजुटता के लिए सॉलिडेरिटी डे मनाते हैं। इसको लेकर पाकिस्तान में आधिकारिक रूप से छुट्टी रहती है। सरकार समेत कई ग्रुप कश्मीर मुद्दे को हाइलाइट करने के लिए रैलियां और सेमिनार आयोजित करते हैं।