Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Sep, 2017 01:11 PM
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि रोङ्क्षहग्या समुदाय के लोग अवैध आव्रजक हैं और वे भारत में शरण के लिए आवेदन करने वाले शरणार्थी नहीं हैं।
नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि रोङ्क्षहग्या समुदाय के लोग अवैध आव्रजक हैं और वे भारत में शरण के लिए आवेदन करने वाले शरणार्थी नहीं हैं। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) द्वारा आयोजित एक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा कि जब म्यामां रोहिंग्या लोगों को वापस लेने के लिए तैयार है तो कुछ लोग क्यों उन्हें वापस भेजे जाने पर आपत्ति जता रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘रोहिंग्या शरणार्थी नहीं हैं। वे उचित प्रक्रिया का पालन करने के बाद यहां नहीं आए। किसी भी रोहिंग्या ने शरण के लिए आवेदन नहीं किया। वे अवैध आव्रजक हैं।’’
राजनाथ सिंह ने कहा कि रोहिंग्या मुस्लिम देश की सुरक्षा के लिए खतरा हैं। उन्हें वापस भेजा जाएगा। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) आयोग के एक कार्यक्रम में राजनाथ ने कहा, 'म्यांमार से अवैध तरीके से भारत में घुस आए रोहिंग्या शरणार्थी नहीं हैं। इसकी एक प्रक्रिया होती है। इनमें से किसी ने इसका पालन नहीं किया। राष्ट्रीय सुरक्षा अहम है। मानवाधिकार की बात करना सही नहीं।
गृहमंत्री ने यह भी कहा कि भारत रोहिंग्या समुदाय के लोगों को प्रत्र्यिपत कर किसी भी अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन नहीं करेगा क्योंकि उसने संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी संधि 1951 पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। एनएचआरसी ने भारत के विभिन्न हिस्सों में रह रहे रोहिंग्या लोगों को प्रत्र्यिपत करने की योजना को लेकर केंद्र को हाल में नोटिस भेजा था। आयोग के अनुसार, मानवाधिकारों की ²ष्टि से मामले में उसका ‘‘हस्तक्षेप उचित है।’’