Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Jul, 2017 07:47 PM
जम्मू और लद्दाख में रोहिंग्या मुस्लिमों की मौजूदगी पर राज्यसभा में भी चिंता प्रकट की गई।
जम्मू: जम्मू और लद्दाख में रोहिंग्या मुस्लिमों की मौजूदगी पर राज्यसभा में भी चिंता प्रकट की गई। प्रख्यात पत्रकार और राज्यसभा के सदस्य स्वपन दासगुप्ता ने राज्यसभा में कहा कि यह चिंता का विषय है क्योंकि यह देश की सुरक्षा के साथ जुड़ा हुआ है। राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान उन्होंने कहा कि म्यांमार में सिविन वार चल रही है और हमे उस पर टिपन्नी करने से बचना है क्योंकि वो उनका आतंरिक मसला है परन्तु जम्मू और लद्दाख में रोहिंग्या की मौजूदगी हमारे देश के लिए चिंता का विषय है।
दासगुप्ता ने कहा कि यह बात सोचने लायक है कि जम्मू और लद्दाख में इतने रोङ्क्षहंग्या क्यों हैं। रोहिंग्या म्यांमार की खानाबदोश जाति है जिसे वहां पर वोट के नाम से भी जाना जाता है। दासगुप्ता ने कहा कि जम्मू कश्मीर की सरकार के अनुसार जम्मू में 5700 ऐसे रोहिंग्या मुस्लमान हैं जबकि लद्दाख में 7664 हैं। यूएन की एक रिपोर्ट के अनुसार पूरे भारत में कुल 14000 हजार रोहिंग्या हैंं जबकि गृह मंत्रालय का कहना है कि इनकी संख्या 40000 है। उन्होंने कहा कि यह सन्देहयुक्त है। उन्होंने सरकार से अपील की कि इस मामले को पूरी गंभीरता के साथ लिया जाए।