Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Sep, 2017 01:29 PM
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) 92 साल में पहली बार दशहरा पूजा में कुछ अलग करने जा रही जो सच में ही हैरान करने वाला है।
नई दिल्लीः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) 92 साल में पहली बार दशहरा पूजा में कुछ अलग करने जा रही जो सच में ही हैरान करने वाला है। इकोनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक आरएसएस ने इस साल दशहरा उत्सव पर किसी मुस्लिम को मुख्य अतिथि बनाया है। एक प्रसिद्ध होमियोपैथी चिकित्सक को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाकर पहली बार किसी मुस्लिम को यह सम्मान दिया है। उल्लेखनीय है कि विजयादशमी के दिन आरएसएस अपना स्थापना दिवस मनाता है।
1925 में केशव बलिराम हेडगेवार ने विजयादशमी के दिन ही आरएसएस की स्थापना की थी। दशहरे पर आरएसएस हर साल शस्त्र पूजा भी करता है। पहली बार किसी मुस्लिम को अपना अतिथि बनाकर आरएसएस मुसलमानों में अपनी पैठ बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। रिपोर्ट के अनुसार बोहरा समुदाय के मुनव्वर यूसुफ और उनके चाचा का आरएसएस के प्रचारकों से पुराना संबंध रहा है। अखबार के मुताबिक 1 अक्तूबर को संघ चार अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। हर कार्यक्रम में करीब 600 बच्चे शामिल होंगे। बोहरा समुदाय के नेता सैयदाना मुफद्दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया और स्वच्छ भारत अभियान की तारीफ कर चुके हैं।