Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Jul, 2017 06:33 PM
उत्तराखंड सरकार का शिक्षा महकमा अब कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को बंद करने जा रहा है और बंद स्कूलों को बारातघर बनाने जा रही है।
देहरादून: उत्तराखंड सरकार का शिक्षा महकमा अब कम छात्र संख्या वाले स्कूलों को बंद करने जा रहा है और बंद स्कूलों को बारातघर बनाने जा रही है। इतना मह्त्वपूर्ण फैसला शिक्षा विभाग ने अकेले नहीं लिया बल्कि बाकायदा मुखयमंत्री जी के साथ इसकी समीक्षा होने का बाद ये फैसला लिया गया।
लेकिन सरकार ये नहीं जानती कि पहाड़ो में लोग बड़ी मुश्किल से अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए स्कूल भेजते है, वो भी तब जब सरकार ने हर ग्रामसभा में स्कूल खुलवा रखे हैं। क्या स्कूल बंद करने से बच्चे घर से दूर पैदल स्कूल पढऩे जा सकेंगें, क्योंकि जहां सड़क मार्ग है वहां तो ठीक है किन्तु अधिकतर स्कूल रोड से कोसों दूर है।
उन स्कूलों के बच्चों के भविष्य का क्या होगा। शासन एयर कंडीशनर कमरों में बैठकर पहाड़ की असलियत कैसे जान पाएगा। जब तक शासन के अधिकारी और उत्तराखंड सरकार पहाड़ो में चढ़कर पहाड़ की जिंदगी से रूबरू नहीं होते। ये एक बड़ा सवाल जरूर है जिस में अभी शिक्षा विभाग को होमवर्क करने की जरूरत है।