Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Sep, 2017 04:58 PM
सर्च इंजन गूगल किसी भारतीय विश्वविद्यालय द्वारा विज्ञान में डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित पहली महिला वैज्ञानिक असीमा चटर्जी की जन्मशती मना रहा है। उसने आज का गूगल डूडल उन्हें समर्पित किया है।
कोलकाता: सर्च इंजन गूगल किसी भारतीय विश्वविद्यालय द्वारा विज्ञान में डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित पहली महिला वैज्ञानिक असीमा चटर्जी की जन्मशती मना रहा है। उसने आज का गूगल डूडल उन्हें समर्पित किया है।
गूगल ने जैव रसायन पर शोध करने वाली डॉ.चटर्जी पर बनाए डूडल को स्केलेटल फॉर्मूला में दिखाया है जिसके तहत षट््कोण (हेक्सागॉन) की सीरिज है और उनके बीच में सिंगल और डबल बांड लाइन हैं। इसका प्रयोग आम तौर पर जैव रसायन में कार्बन और हाइड्रोजन अणुओं को दिखाने के लिए किया जाता है। डॉ. चटर्जी ने पौधों के चिकित्सीय उपयोग पर गहरा शोध किया था जो चिकित्सा के क्षेत्र में काफी अहम है इसलिए तस्वीर में उनके बालों को हरे पत्तों से बनाया गया है।
पद्म विभूषण से सम्मानित चटर्जी का जन्म 13 सितंबर 1917 को बंगाल में हुआ था। उन्होंने स्कूली शिक्षा हासिल करने के बाद कलकत्ता विश्वविद्यालय के स्कॉटिश चर्च कॉलेज में दाखिला लिया और 1936 में रसायन विज्ञान से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने 1938 में कलकत्ता विश्वविद्यालय से जैव रसायन विज्ञान में मास्टर की डिग्री हासिल की। उन्हें 1944 में डॉक्टरेट की डिग्री मिली। उन्होंने अपने शोध को प्राकृतिक उत्पादों के रसायन विज्ञान के आसपास केंद्रित किया और मारसिलिया मिनुटा (छाता साग)से मिर्गी की दवा ‘आयुष -56 विकसित की।
इसके अलावा उन्होंने मलेरिया के उपचार और कीमोथेरेपी में उपयोग होने वाली दवाएं भी विकसित की। उनकी रसायन विज्ञान विभाग के संस्थापक प्रमुख के रूप में वर्ष 1940 में कलकत्ता विश्वविद्यालय के लेडी ब्रेबॉर्न कॉलेज में नियुक्ति हुई। उन्हें वर्ष 1960 में उन्हें भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी (नई दिल्ली) का फेलो चुना गया था और फरवरी 1982 से मई 1990 तक उन्हें राज्य सभा के सदस्य के रूप में नामित किया गया था। उन्होंने 400 से अधिक राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं में शोध पत्र लिखे।