Edited By ,Updated: 23 Apr, 2016 04:39 PM
द्वारकापीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानंद सरस्वती ने हरिद्वार के अर्धकुम्भ मेले में श्रद्धालुओं की कम संख्या पर मेला प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि.....
हरिद्वार: द्वारकापीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरुपानंद सरस्वती ने हरिद्वार के अर्धकुम्भ मेले में श्रद्धालुओं की कम संख्या पर मेला प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि प्रचार प्रसार और सुविधाओं की कमी के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई। स्वामी स्वरूपानंद ने कहा कि अद्र्धकुंभ मेले के अंतिम स्नान के दौरान आतंकवादी खतरे के कारण भी श्रद्धालुओं की संख्या में भारी कमी देखने को मिली।
मेला प्रशासन अद्र्धकुंभ मेले को ठीक ढंग से संपन्न कराने में विफल रहा। भारी पुलिस बल और चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के कारण अन्य राज्यों से पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को कुछ परेशानियों का सामना भी करना पड़ा। उन्होंने कहा कि अद्र्धकुंभ और कुंभ मेले की तैयारियां काफी समय पहले होनी चाहिए थी जिससे बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को सुविधाएं मिलतीं। प्रचार प्रसार के अभाव में हरिद्वार के अद्र्धकुंभ में इस बार यात्रियों की आवाजाही बहुत कम रही। इसके लिए मेला प्रशासन दोषी है।
स्वामी स्वरुपानन्द ने कहा कि पूरे देश में पानी की किल्लत लगातार बढ़ रही है। उन्होंने गंगा की स्वच्छता और निर्मलता के लिए एकजुट होकर कार्य करने और प्रत्येक व्यक्ति को गंगा प्रदूषण से मुक्ति दिलाने के प्रयास में जुटना का आह्वान किया।