Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Mar, 2018 09:42 PM
वर्ष 2019 में होने वाले आम चुनावों की तैयारी की तैयारी करते हुए सभी पार्टियों ने अभी से अपने समीकरणों को तैयार करना शुरु कर दिया है। इसी तरह कांग्रेस ने एक बार फिर विपक्षी दलों को एक साथ लाने के लिए डिनर डिप्लोमेसी की योजना बनाई है। कांग्रेस की...
नेशनल डेस्क: वर्ष 2019 में होने वाले आम चुनावों की तैयारी की तैयारी करते हुए सभी पार्टियों ने अभी से अपने समीकरणों को तैयार करना शुरु कर दिया है। इसी तरह कांग्रेस ने एक बार फिर विपक्षी दलों को एक साथ लाने के लिए डिनर डिप्लोमेसी की योजना बनाई है। कांग्रेस की सीनियर नेता और यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने आगामी 13 मार्च को एक डिनर का आयोजन किया है, जिसमें उन्होंने विपक्ष के तमाम दलों को न्योता भेजा है।
गैर यूपीए—एनडीए घटक दलों को न्योता
इस डिनर डिप्लोमेसी की खास बात यह है कि इसमें उनकों भी न्योता दिया गया है जो एनडीए व यूपीए का हिस्सा नहीं हैं। इसके अलावा
पार्टी एनडीए के घटक दलों से भी संपर्क स्थापित करने की जुगत कर रही है। पीएनबी घोटाले व राफेल डील सहित आगामी चुनावों के मद्देनजर सभी दलों के बीच सरगर्मियां तेज हो चुकी हैं। जहां एक तरफ मोदी की अगुवाई वाले एनडीए के घटक दल के तीखे तेवर सामने आ रहे हैं वहीं दूसरी ओर बीजेपी और कांग्रेस से इतर तमाम दल आपस में मिलकर तीसरे मोर्चे की संभावनाओं को खंगाल रहे हैं। ऐसे में पीएम मोदी और बीजेपी को घेरने के लिए कांग्रेस ने विपक्षी दलों को नए सिरे से साधने की काेशिश शुरू की है।
सोनिया गांधी ने खुद संभाली कमान
सोनिया गांधी ने राजनीतिक पार्टियों के प्रमुखों को फोन कर खुद इस डिनर के लिए आमंत्रित किया है। इतना ही नहीं, उनके मैजेनर भी दूसरे दलों के संपर्क में हैं। कांग्रेस की नजर उन दलों पर है, जो सरकार को संसद के भीतर व बाहर घेरने में विपक्ष के साथ आ सकें। पार्टी के एक सीनियर नेता का कहना था कि यह महज डिनर भर नहीं होगा, बल्कि यह विपक्षी दलों का शक्ति प्रदर्शन होगा, बीजेपी सरकार के कुशासन के खिलाफ एकजुट हो सकते हैं।
बड़े नेताओं ने दी रजामंदी
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, कई बड़े नेताओं ने इसमें शामिल होने की बात कही है। दूसरी ओर कांग्रेस के नेता एनडीए के घटक दल टीडीपी और बीजेडी से भी संपर्क में हैं। आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर टीडीपी सरकार से नाराज चल रही है। वहीं इससे पहले भी तीन तलाक के मुद्दे पर टीडीपी का रुख बीजेपी से अलग था। जबकि कांग्रेस इसके लिए बीजेडी से संपर्क में है। मंगलवार को सोनिया गांधी को कुछ देर तक बीजेडी नेता भृतहरि मेहताब से बात करते भी देखा गया। माना जा रहा है कि इस बातचीत का संबंध डिनर से भी हो सकता है।