Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Mar, 2018 12:28 PM
राजस्थान के पोखरण में आज सुबह सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल 'ब्रह्मोस' का सफल परीक्षण किया गया। यह पहली बार है जब किसी मिसाइल का परीक्षण एक भारतीय-निर्मित साधक के साथ किया गया है। इस दौरान वहां सेना और डीआरडीओ के अधिकारी भी मौजूद रहे। बता दें कि इससे पहले...
जयपुरः राजस्थान के पोखरण में आज सुबह सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल 'ब्रह्मोस' का सफल परीक्षण किया गया। यह पहली बार है जब किसी मिसाइल का परीक्षण एक भारतीय-निर्मित साधक के साथ किया गया है। इस दौरान वहां सेना और डीआरडीओ के अधिकारी भी मौजूद रहे। बता दें कि इससे पहले सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का आखिरी परीक्षण नवंबर 2017 में भारतीय वायुसेना के लड़ाकू, सुखोई -30 एमकेआई के साथ किया गया था।
2001 में किया गया था पहला परीक्षण
12 जून, 2001 को ब्रह्मोस का पहला सफल परीक्षण किया गया था। इस मिसाइल का नाम भारत की ब्रह्मपुत्र नदी और रूस की मस्कवा नदी पर रखा गया है। ब्रह्मोस मिसाइल आवाज की गति से करीब तीन गुना अधिक यानी 2.8 माक की गति से हमला करने में सक्षम है। इस मिसाइल की रेंज 290 किलोमीटर है और ये 300 किलोग्राम भारी युद्धक सामग्री ले जा सकती है।