Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Oct, 2017 05:09 PM
अपनी बेटी आरुषि की हत्या के आरोप में तलवार और नूपुर तलवार इलाहाबाद हाइकोर्ट से बाइज्जत बरी हो चुके हैं। उन्होंने अपने अनुभवों को सांझा करते हुए बताया कि समाज में आना थोड़ा डरावना और मुश्किल था। दोनों मानते हैं कि समाज का अब उनके प्रति नजरिया बदला है...
नेशनल डेस्क: अपनी बेटी आरुषि की हत्या के आरोप में तलवार और नूपुर तलवार इलाहाबाद हाइकोर्ट से बाइज्जत बरी हो चुके हैं। उन्होंने अपने अनुभवों को सांझा करते हुए बताया कि समाज में आना थोड़ा डरावना और मुश्किल था। दोनों मानते हैं कि समाज का अब उनके प्रति नजरिया बदला है लोग अब उनसे सहानुभूति जताते हैं। एक इंटरव्यू में तलवार दंपति ने कहा कि एक दोस्त ने उनकी जेल में होने के बाद भी मदद की।
राजेश तलवार ने कहा कि उस निराशा के दौर में बहुत सारे लोगों ने उनकी मदद की। लोगों से बात कर उनका बोझ काफी हल्का हो जाता था। वहीं नुपूर तलवार ने कहा कि 4 साल डर और निराशा से भरे हुए थे लेकिन जेल के अंदर के लोगों ने काफी साथ दिया। उन्होंने बताया कि जेल में एक लड़की से उनकी दोस्ती हो गई थी जो उन्हें आरुषि से काफी मिलती-जुलती नजर आती थी। 4 साल वह सिर्फ उस लड़की के कारण ही जेल में टिक सकी थी।
तलवार दंपत्ति ने कहा कि जेल में बिताए 4 साल एक ऐसी मुसीबत थी जिसका सामना करना असंभव था लेकिन हमने किया। नोएडा के आरुषि-हेमराज मर्डर केस में इलाहाबाद हाई कोर्ट से बरी होने के बाद तलवार दंपती 16 अक्टूबर,2017 को जेल से रिहा हो गए थे। आरुषि के पिता डा. राजेश तलवार और मां डा. नूपुर तलवार नवंबर 2013 से गाजियाबाद की डासना जेल में बंद थे। आरुषि हत्याकांड में विशेष सीबीआई कोर्ट ने दोनों को सजा सुनाई थी।