Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Jun, 2017 08:22 AM
आंकड़े इस बात की गवाही देते हैं कि हर साल देश का औसत तापमान बढ़ रहा है। एक शोध में यह चेतावनी दी गई है कि पिछली आधी सदी के मुकाबले भारत को अढ़ाई गुना ज्यादा गर्मी का सामना करना पड़ रहा है।
नई दिल्ली: आंकड़े इस बात की गवाही देते हैं कि हर साल देश का औसत तापमान बढ़ रहा है। एक शोध में यह चेतावनी दी गई है कि पिछली आधी सदी के मुकाबले भारत को अढ़ाई गुना ज्यादा गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। पिछले 15 वर्षों के दौरान औसत तापमान हर साल बढ़ता चला गया है। हर साल तापमान बढऩे की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है।
कम बारिश ने बिगाड़ी स्थिति
गर्मी बढ़ते चले जाने का सीधा संबंध कम बारिश से है। देश में बारिश का बड़ा हिस्सा मानसूनी बारिश का होता है। वर्ष 2014 और 2015 के दौरान मानसूनी बारिश औसत से कम हुई।
बारिश कम होने से ही औसत
तापमान में बढ़ौतरी हो रही है। इससे देश के कई हिस्सों में सूखे की स्थिति पैदा हुई है। इससे जलस्तर भी गिर रहा है और न सिर्फ पीने बल्कि कृषि के लिए काम आने वाले पानी की भी उपलब्धता हर साल घटती जा रही है।
1995 के बाद तेजी से बढ़ी गर्मी
1995 के बाद से गर्मी बहुत तेजी से बढ़ रही है। देश का वार्षिक औसत तापमान 20वीं सदी की तुलना में 1.2 डिग्री सैल्सियस बढ़ चुका है। तापमान में जिस तेजी से बढ़ौतरी हो रही है उससे यह अगले 2 दशक में ही 1.5 डिग्री का स्तर पार कर जाएगी।
गर्मी के कारण हुई मौतें
2010 -1300
2013 1500
2015 2500