Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 May, 2017 08:06 PM
भारत में प्रदूषण की स्थिति पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि दुनिया के सबसे प्रदूषित 20 शहरों में से 10 भारत में हैं जिससे अगले दस वर्षों में ...
नई दिल्ली: भारत में प्रदूषण की स्थिति पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि दुनिया के सबसे प्रदूषित 20 शहरों में से 10 भारत में हैं जिससे अगले दस वर्षों में देश में दमा की बीमारी में 20 प्रतिशत का इजाफा हो सकता है। उद्योग संगठन सीआईआई की ओर से‘सतत विकास और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र की चुनौतियां’विषय पर आयोजित एक सेमिनार में W.H.O. की इस रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा गया कि बढ़ते शहरी कारण और अनियंत्रित औद्योगिक गतिविधियों की वजह से देश के कई शहरों में वायुप्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है।
उत्तर भारत के शहरों में प्रदूषण का स्तर दो से तीन गुना ज्यादा
W.H.O. की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहरों में से दस भारत में है इनमें ग्वालियर,इलाहबाद ,पटना,रायपुर और दिल्ली शीर्ष पांच प्रदूषित शहरों में से हैं। दक्षिण भारत की तुलना में उत्तर भारत के शहरों में प्रदूषण का स्तर दो से तीन गुना ज्यादा है। सेमिनार में जलवायु परिवर्तन के मानव स्वास्थ्य पर पडऩे वाले प्रभावों पर एक अध्ययन रिपोर्ट जारी की गई। इसमें कहा गया है कि जलवायु परिवर्तन के कारण भारत में साल 2030 तक तापमान में 1.7 से दो प्रतिशत की वृद्धि होने की आशंका है। ताममान में बढ़ोतरी स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनेगी। दमा के मामलों में 20 प्रतिशत का इजाफा होने की संभावना है।