Edited By ,Updated: 21 Mar, 2017 03:13 PM
चीन ने एक बार फिर से तिब्बतियों के धर्मगुरु दलाई लामा को लेकर भारत को चेतावनी दी है।
नई दिल्ली : चीन ने एक बार फिर से तिब्बतियों के धर्मगुरु दलाई लामा को लेकर भारत को चेतावनी दी है। जिसके जवाब मेें पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने कहा कि हम दलाई लामा को एक राजनीतिक नेता नहीं बल्कि आध्यात्मिक गुरु के तौर पर जानते हैं। थरूर ने कहा कि चीन का रुख अप्रासंगिक है। अगर हम एक प्रमुख बौद्ध नेता को सम्मेलन में आमंत्रित करना चाहते हैं, तो यह हमारा विशेषाधिकार है। चीन ने चेतावनी देते हुए कहा कि दोनों देशों के रिश्तों में दरार न आए इसके लिए भारत को चीन की चिंताओं का सम्मान करना होगा। चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हु चुनयिंग ने कहा कि हाल के दिनों में भारत ने 14वें दलाई लामा को भारतीय सरकार की तरफ से आयोजित हुए अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध सेमिनार के लिए इनवाइट किया। इससे चीन नाराज है और इसका पुरजोर विरोध करता है।
अप्रैल में दलाई लामा जाएंगे अरुणाचल
अप्रैल में दलाई लामा अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर जाएंगे और चीन की धमकियों को नजरअंदाज करते हुए भारत उनका स्वागत करने को तैयार है। भारत का कहना है कि एक धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र के तौर पर वह दलाई लामा को देश के किसी भी हिस्से में जाने से नहीं रोकेगा। चीन दलाई लामा को एक अलगाववादी नेता मानता है और उनके अरुणाचल दौरे से भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ सकता है।