Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Oct, 2017 12:57 AM
पाटीदार आंदोलन के सबसे बड़े चेहरे हार्दिक पटेल पर साल 2015 में तिरंगे के अपमान को लेकर राजकोट में केस दर्ज हुआ था लेकिन अब चुनावी मौसम में बीजेपी सरकार ने हार्दिक को इस केस से छुटकारा दिला दिया है। जानकारी ये भी मिल रही है कि जल्द ही राज्य सरकार...
गांधीनगर: गुजरात में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है। इसके चलते बीजेपी और कांग्रेस के बीच पाटीदार समाज के नेता हार्दिक पटेल को अपने पाले में लाने के लिए खींचतान की होड़ मच गई है। इसी कड़ी में गुजरात सरकार ने तिरंगे के अपमान के आरोप में हार्दिक पटेल पर दर्ज केस को वापस ले लिया है।
पाटीदार आंदोलन के सबसे बड़े चेहरे हार्दिक पटेल पर साल 2015 में तिरंगे के अपमान को लेकर राजकोट में केस दर्ज हुआ था लेकिन अब चुनावी मौसम में बीजेपी सरकार ने हार्दिक को इस केस से छुटकारा दिला दिया है। जानकारी ये भी मिल रही है कि जल्द ही राज्य सरकार हार्दिक पटेल को लुभाने के लिए उनपर लगे दूसरे केसों को भी वापस ले सकती है।
इससे पहले पिछले दिनों हार्दिक पटेल की तरफ से कांग्रेस की तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाने का संकेत दिया था।गुजरात दौरे पर गए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का हार्दिक पटेल ने स्वागत किया था।
राहुल गांधी का स्वागत करने के साथ साथ हार्दिक पटेल ने एलान भी कर दिया कि अगर कांग्रेस पाटीदार समाज को ओबीसी आरक्षण देने का वादा करे तो फिर पाटीदार समाज कांग्रेस का साथ देगा। हार्दिक के इस रुख के बाद बीजेपी ने पाटीदार समाज को अपने साथ लाने की कोशिश तेज कर दी।
गौरतलब है कि पाटीदार समाज के लोग राज्य की 182 सीटों में से करीब 80 सीटों पर जीत हार तय करने में निर्णायक भूमिका निभाते हैं।