Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Nov, 2017 06:29 PM
देह व्यापार के लिए अपहरण की गई लड़की की जिंदगी आज तबाह होने से बच गई। जीबी रोड के कोठे पर लड़की का सोदा होने ही वाला था कि एक गलत नंबर ने उसे अंधेरे में धंसने से बचा लिया। दरअसल एक लड़की को बेचने के लिए 2 युवकों ने दलाल समझकर एसएचओ को फोन कर दिया और...
नेशनल डेस्क: देह व्यापार के लिए अपहरण की गई लड़की की जिंदगी आज तबाह होने से बच गई। जीबी रोड के कोठे पर लड़की का सोदा होने ही वाला था कि एक गलत नंबर ने उसे अंधेरे में धंसने से बचा लिया। दरअसल एक लड़की को बेचने के लिए 2 युवकों ने दलाल समझकर एसएचओ को फोन कर दिया और मोबाइल पर ही लड़की बेचने की पूरी डील फाइनल कर दी।
डीसीपी मनदीप सिंह रंधावा ने बताया कि आरोपी अमर और रंजीत ने फोन पर लड़की का सौदा किया। अमर ने पहले एक 17 साल की लड़की को प्यार में फंसा कर शादी की और फिर उसे कोठे पर बेचना का प्लान बनाया। कोठे के भीतर एक बोर्ड पर लिखे नंबर पर कॉल कर युवकों ने लड़की को बेचने की डील की। कमला मार्कीट एसएचओ सुनील ढाका ने खुद कोठा मालिक बनकर उनसे डील कर ली। इसके बाद उन्होंने दो सिपाहियों को सादे कपड़ों में खरीदार बनाकर इनके पास भेज दिया।
दोनों ने 20 हजार एडंवास दे दिए और बाकी लड़की को लाने पर देने तय कर लिए। इसके बाद जब ये दोनों लड़की को लेकर तय जगह पर पहुंचे तो वहां मौजूद पुलिस टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि पुलिस डिपार्टमेंट ने कमला मार्कीट एसएचओ का सरकारी मोबाइल नंबर कोठों के भीतर बोर्ड पर लिखवाया हुआ है। ये इसलिए की किसी के साथ कोई जबरदस्ती होने पर एसएचओ से संपर्क किया जा सके। आज इसी नंबर की वजह से वह बदमाश अपने मंसूबे मेंं कामयाब नहीं हो पाए।