Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 May, 2017 02:42 PM
गुजरात में फैले ‘जीका वायरस’ को लेकर एक नया खुलासा हुआ है। जानकारी के अनुसार गुजरात और केंद्र सरकार ने सूबे के सबसे चर्चित ।
अहमदाबाद: गुजरात में फैले ‘जीका वायरस’ को लेकर एक नया खुलासा हुआ है। जानकारी के अनुसार गुजरात और केंद्र सरकार ने सूबे के सबसे चर्चित वैश्विक कार्यक्रम ‘वाइब्रेंट गुजरात’ को देखते हुए इस सूचना को छिपाया। इस कार्यक्रम में सैंकड़ों विदेशी मेहमान, विदेशी प्रतिनिधि और राजदूतों को शामिल होना था। विदेशी मेहमानों में जीका को लेकर भय न फैल जाए, इसे देखते हुए सूचना को छिपाया गया। इस सम्मेलन में 100 से अधिक देश, 12 सहयोगी देश और 2700 से अधिक विदेशी अतिथियों के अलावा 9 नोबल पुरस्कार विजेता भी शामिल हुए थे।
लोगों के स्वास्थ्य को लेकर सरकार नहीं गंभीर
पिछले एक सालों से अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, ताइवान, साउथ कोरिया, मलयेशिया, इंडोनेशिया और कनाडा उन लोगों के लिए ट्रैवल अडवाइजरी जारी कर रहे हैं जो जीका प्रभावित देशों में जा रहे हैं। जनवरी और फरवरी 2017 के बीच अहमदाबाद के 3 लोगों के जीका वायरस से प्रभावित होने की बात सामने आई थी। नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वाइरॉलजी, पुणे ने भी इसकी पुष्टि की थी।
एक पूर्व स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार लोगों के स्वास्थ्य को गंभीरता से नहीं ले रही है। उन्होंने कहा कि अगर इम मामले में पुष्टि नहीं भी हुई थी तो सरकार को एक हेल्थ अलर्ट जारी करना चाहिए था। उनके मुताबिक सामान्य स्थिति में ऐसा अलर्ट अहमदाबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन की तरफ से आना चाहिए था पर निगम को भी अंधेरे में रखा गया।