Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jan, 2018 05:23 PM
एक बार फिर भारतीय मूल के बच्चे ने ब्रिटेन में अपने हुनर का लोहा मनवाया। मात्र 10 साल के मेहुल गर्ग ने मेनसा आईक्यू टेस्ट में एलबर्ट आइंस्टीन और स्टीफन हाकिंग को पीछे छोड़ शानदार उपलब्धि अपने नाम कर ली। मेहुल को प्यार से लोग माही पुकारते है...
नेशनल डेस्क: एक बार फिर भारतीय मूल के बच्चे ने ब्रिटेन में अपने हुनर का लोहा मनवाया। मात्र 10 साल के मेहुल गर्ग ने मेनसा आईक्यू टेस्ट में एलबर्ट आइंस्टीन और स्टीफन हाकिंग को पीछे छोड़ शानदार उपलब्धि अपने नाम कर ली। मेहुल को प्यार से लोग माही पुकारते है। माही ने निश्चय किया था कि वह अपने बड़े भाई ध्रुव गर्ग को फॉलो करेगा जिसने पिछले साल इसी टेस्ट में हाई स्कोर 162 बनाया था।
मेहुल की मां दिव्या गर्ग ने बताया कि माही दिखाना चाहता था कि वह अपने भाई से कम नहीं है और वो उसने साबित करके दिखाया। मेहुल ने बताया कि जब एग्जाम का रिजल्ट आया तो उसे विश्वास ही नहीं हुआ कि उसने उपलब्धि हासिल की है। माही ने बताया कि एग्जाम की वजह से उन पर बहुत दवाब था लेकिन जब उनके पापा गौरव गर्ग ने उन्हें समझाया तब उन्हे हिम्मत मिली।
इससे पहले साल 2017 के अगस्त में भी भारतीय मूल के 12 वर्ष के लड़के को ब्रिटेन में टेलीविजन क्विज प्रतियोगिता में 'चाइल्ड जीनियस' के खिताब से नवाजा गया था। कुछ दिन पहले वह सारे सवालों का जवाब देकर रातोंरात सुर्खियों में आया था। चैनल फोर के शो 'चाइल्ड जीनियस' में राहुल ने 9 वर्षीय रोनन को कार्यक्रम के फिनाले में 10-4 से हराया था। बता दे कि दुनिया की सबसे बड़ी और पुरानी उच्च आईक्यू सोसायटी में कई भारतीय मूल के बच्चे अपनी ज्ञान का लोहा मनवा चुके हैं।