Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Nov, 2017 05:58 PM
देश के कई शहरों के नामों में बदलाव के बाद इंदौर के नाम में परिवर्तन की बहस भी शुरू हो गई है। नगर निगम की आम परिषद बैठक में मध्यप्रदेश के वित्तीय शहर कहलाने वाले ‘इंदौर’ का नाम बदलकर ‘इंदुर’ किये जाने का प्रस्ताव रखा है। नगर निगम के प्रमुख अजय सिंह...
नेशनल डेस्क: देश के कई शहरों के नामों में बदलाव के बाद इंदौर के नाम में परिवर्तन की बहस भी शुरू हो गई है। नगर निगम की आम परिषद बैठक में मध्यप्रदेश के वित्तीय शहर कहलाने वाले ‘इंदौर’ का नाम बदलकर ‘इंदुर’ किये जाने का प्रस्ताव रखा है। नगर निगम के प्रमुख अजय सिंह नरुका ने बताया कि पार्षद सुधीर देग ने ऐतिहासिक दस्तावेजों का उल्लेख करते हुए कहा कि इंदौर का असली नाम पहले ‘इंदुर’ था लेकिन अंग्रेजों के द्वारा गलत उच्चाण के कारण धीरे-धीरे इस शहर का नाम बदल दिया गया। देग का कहना है कि शहर का नाम प्राचीन इंद्रेश्वर महादेव मंदिर के नाम पर ‘इंदुर’ रखा गया था।
पार्षद ने दावा किया कि उस दौरान ‘इंदौर’ को ‘इंदुर’ के नाम से जाना जाता था और ऐसा कई ऐतिहासिक दस्तावेजों में इस बात का प्रमाण मिलता है। हालांकि बैठक में सुधीर को इसके प्रमाण में ऐतिहासिक दस्तावेज प्रस्तुत करने को कहा गया। साथ ही कहा कि इसके बाद ही इस पर कोई उचित फैसला किया जा सकेगा। गौरतलब है कि इंदौर में होलकारों का शासन रहा और उनके समय इसे ‘इंदुर’ के नाम से जाना जाता था। होलहारों ने देश के कई हिस्सों में विकास के कार्य किए और वे जहां भी गए उनके शिलालेखों पर ‘इंदौर’ का ‘इंदुर’ के नाम से सम्मान किया गया। होलकारों के शासन के समय ही अंग्रेज आ चुके थे और उन्होंने ‘इंदौर’ को ‘इंदुर’ कर दिया।