Edited By ,Updated: 11 May, 2017 08:10 PM
पीएम नरेन्द्र मोदी की अगुआई वाली एनडीए के सामने विपक्षी दल राष्ट्रपति चुनाव को 2019 में महागठबंधन बनाने की कोशिश में इसे एक नेट प्रैक्टिस के रूप में ले रही है।
नई दिल्ली: पीएम नरेन्द्र मोदी की अगुआई वाली एनडीए के सामने विपक्षी दल राष्ट्रपति चुनाव को 2019 में महागठबंधन बनाने की कोशिश में इसे एक नेट प्रैक्टिस के रूप में ले रही है। यही कारण है कि वे कोई भी कदम हड़बड़ी में नहीं उठाना चाहते हैं। विपक्षी दलों के अलग-अलग नेताओं से बातचीत से संकेत मिल रहा है कि वे राष्ट्रपति चुनाव का उपयोग विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने की दिशा में अधिक कर रहे हैं। वे जानते हैं कि इस चुनाव में उनके लिए अपने पक्ष में जरूरी वोट जुटाना कठिन होगा। इसके लिए वे खास रणनीति पर काम कर रहे हैं।
विपक्षी दलों के गठबंधन में अधिक से अधिक राजनीतिक दल शामिल हो इसके लिए गैर कांग्रेसी उम्मीदवार को प्राथमिकता दी जा सकती है। सूत्रों के अनुसार कुछ राजनीतिक दलों ने इस गठबंधन में तब शामिल होने और स्पॉर्ट करने का वादा किया है जब उम्मीदवार गैर कांग्रेसी हो। ऐसा संकेत देने वालों में नवीन पटनायक और ममता बनर्जी शामिल हैं। कांग्रेस ने इसके लिए राजी होने के संकेत भी दिए हैं। साथ ही विपक्षी दल गैर राजनीतिक लोगों में भी किसी को राष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में चुन सत्ताधारी खेमे को चौंका सकते हैं।