Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Oct, 2017 02:28 PM
अमरीकी सदन में बैंगलुरु में हई वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या और जाने माने लेखक-चिंतक कांचा इलैया को मिल रही मौत की धमकियों का मुद्दा उठाया गया और भारत की जमकर खिचाई की गई ...
वॉशिंगटनःअमरीकी सदन में बैंगलुरु में हई वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या और जाने माने लेखक-चिंतक कांचा इलैया को मिल रही मौत की धमकियों का मुद्दा उठाया गया और भारत की जमकर खिचाई की गई । 12 अक्तूबर को US की प्रतिनिधि सभा में एरिज़ोना के 8वें कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट के हेरोल्ड ट्रेंट फ्रैंक्स ने 2 मुद्दों पर करीब 4 मिनट तक चर्चा की। हेरोल्ड ने जो पहले मुद्दा उठाया वह था कि अमरीका में हमारा संविधान बोलने की आजादी देता है जिसका सभी पालन करते हैं।
दुनियाभर में अलग-अलग देशों में बोलने की आजादी का उल्लंघन किया जाता है। यदि किसी पोस्ट के जरिए आलोचना की जाती है या कोई इंटरनैट के माध्यम से अपने विचारों को खुलकर साझा करता है तो उसे दंड के तौर पर मृत्यु तक दे दी जाती है। गौरी लंकेश की बात करते हुए हेरोल्ड ने कहा कि भारत की सत्ताधारी पार्टी भाजपा की गौरी हमेशा आलोचना करती रही हैं और फिर कैसे उनकी उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई।
इसके बाद हेरोल्ड ने कांचा इलैया को मिल रही धमकियों पर बोलते हुए कहा कि एक हफ्ते पहले भारतीय जाति व्यवस्था की आलोचना करने वाले कांचा इलैया को भारतीय संसद के हिंदू सदस्यों द्वारा धमकी दी गई। बिना किसी व्यक्ति का नाम लिए हेरोल्ड ने कहा बीजेपी से जुड़े इन सांसद ने मांग की थी कांचा इलैया को फांसी दी जाए।
गौरतलब है कि आर्य वैश्य समुदाय पर छपी कांचा इलैया की किताब के जरिए धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में उनपर हैदराबाद पुलिस ने एक शिकायत पर बुधवार को केस दर्ज किया था। इससे पहले एक व्यक्ति ने कांचा इलैया पर आरोप लगाया था कि उनकी किताब ‘समाजिका स्मगलुरलू कोमातोल्लू’ में न केवल आर्य वैश्य समुदाय पर टिप्पणी की गई है, साथ ही उन्होंने अपनी इस किताब में समूचे हिंदू समुदाय पर भी निशाना साधा है। इसी मुद्दे को लेकर हाल ही में कुछ लोगों ने इलैया पर पत्थरों से हमला किया था और उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी।