Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jul, 2017 05:40 PM
गुजरात में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को एक सप्ताह के भीतर एक और बड़ा झटका लगा है।
गांधीनगर: गुजरात में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को एक सप्ताह के भीतर एक और बड़ा झटका लगा है। गत 21 जुलाई को कद्दावर नेता शंकरसिंह वाघेला के पार्टी छोडऩे के बाद 3 विधायकों ने सदन की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। तीनों वाघेला के करीबी समझे जाते हैं।आज विधानसभा में पार्टी के मुख्य दंडक (सचेतक) बलवंतसिंह राजपूत और पाटीदार समुदाय की महिला विधायक तेजश्रीबेन पटेल ने विधानसभा अध्यक्ष रमनलाल वोरा को अपना त्यागपत्र सौंपने के बाद कहा कि वे पार्टी के अंतर्कलह से दुखी होकर यह कदम उठा रहे हैं।सिद्धपुर के विधायक राजपूत ने कहा कि वह अविरत 35 साल से पार्टी की सेवा करते रहे हैं पर वाघेला का रिश्तेदार (उनके विधायक पुत्र महेन्द्रसिंह के समधी) होने के कारण उन्हें अब शंका की नजर से देखा जा रहा है। वीरमगाम की विधायक पटेल ने कहा कि पार्टी का प्रदेश नेतृत्व ही उन्हें हराने के लिए काम कर रहा था। पार्टी में ऊपर से नीचे तक जबरदस्त अंतर्कलह है।
भाजपा में शामिल हो सकते हैं राजपूत
समझा जा रहा है कि राजपूत आज शाम यहां भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो सकते हैं और वह 8 अगस्त को गुजरात की 3 राज्यसभा सीटों पर होने वाले चुनाव में भाजपा के तीसरे उम्मीदवार बन सकते हैं ताकि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल को, जिन्होंने कल ही नामांकन किया था, को लगातार 5वीं बार जीतने से रोकने का प्रयास किया जा सके। श्री पटेल पहले से ही इनमें से एक सीट पर राज्यसभा सांसद हैं। 2 अन्य सीटें केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और दिलीप पंडया के पास हैं। इस बार भाजपा ने अध्यक्ष अमित शाह तथा श्री ईरानी को उम्मीदवार बनाया है। नामांकन की अंतिम तिथि कल है। 182 सदस्यों वाली विधानसभा में भाजपा के पास एक बागी समेत 122 विधायक हैं, कांग्रेस के पास 55 (दो के इस्तीफे के बाद) तथा राकांपा के पास दो और जदयू के पास एक विधायक हैं। पटेल को जीत के लिए कम से कम 47 विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी।