Edited By ,Updated: 05 Nov, 2016 11:39 PM
मध्यप्रदेश के बड़वानी में भीलखेड़ा बसाहट केंद्र निवासी एक आदिवासी कृषक ने कथित तौर पर फसल खराब होने और कर्ज से दबे होने के चलते आत्महत्या ...
बड़वानी: मध्यप्रदेश के बड़वानी में भीलखेड़ा बसाहट केंद्र निवासी एक आदिवासी कृषक ने कथित तौर पर फसल खराब होने और कर्ज से दबे होने के चलते आत्महत्या कर ली। बड़वानी थाना पुलिस के अनुसार 40 वर्षीय कृष्णा ने शनिवार को अपने घर पर आत्महत्या कर ली। पहले उसने कीटनाशक का सेवन किया और फिर फांसी लगा ली। आज उसका छोटा पुत्र सूरज और पत्नी खेत में गए हुए थे। सूरज ने दोपहर में घर लौटने पर पिता कृष्णा को एक कमरे में फांसी पर लटका पाया।
किसान की जेब से मिला था ऋण सूचना पत्र
पुलिस ने उसकी जेब से ‘नर्मदा झाबुआ ग्रामीण बैंक’ की बड़वानी शाखा द्वारा जारी ऋण वसूली संबंधी सूचना पत्र बरामद किए। इनमें से एक सूचना पत्र के पीछे, कक्षा आठ तक पढ़े कृष्णा ने सुसाइड नोट लिखा था। इसमें अपनी मर्जी से आत्महत्या का जिक्र करते हुए इसका कारण बैंक का कर्ज बताया था और किसी को परेशान न करने की बात लिखी थी।
बैंक से लिया था 80 हजार रुपए का ऋण
पुलिस सूत्रों के अनुसार उसने किसान क्रेडिट कार्ड योजना के अंतर्गत 25 मार्च 2015 को बैंक से 80 हजार रुपए का ऋण लिया था। बैंक ने पहले उसे चार अप्रैल 2016 और फिर तीन अक्टूबर 2016 को सूचना पत्र जारी कर ब्याज समेत राशि लौटाने को कहा था। इसमें उसके खाते को कालातीत (ओवर ड्यू) की श्रेणी में वर्गीकृत करते हुए सात प्रतिशत के स्थान पर 13 प्रतिशत दर के हिसाब से ब्याज दर प्रभारित होने का भी जिक्र किया गया था।
खेत में लगाई फसल हो गई थी खराब
कृष्णा के बड़े भाई मनोहर तथा पुत्र सूरज ने बताया कि उनके ढाई एकड़ खेत में लगाई गई मक्का और कपास की फसल खराब होने से वह परेशान था तथा बैंक के सूचना पत्रों के चलते बेहद तनाव में था। बड़वानी के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने कहा कि मामले की विवेचना आरभ कर दी गयी है।