Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Feb, 2018 05:59 PM
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के भोज में खालिस्तानी अलगावादी जसपाल अटवाल को निमंत्रण दिये जाने को लेकर बवाल खड़ा हो गया। इसी बीच ट्रूडो ने इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि जसपाल को आमंत्रित करना एक भूल थी जिसे सुधारा लिया गया...
इंटरनेशनल डेस्क: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के भोज में खालिस्तानी अलगावादी जसपाल अटवाल को निमंत्रण दिये जाने को लेकर बवाल खड़ा हो गया। इसी बीच ट्रूडो ने इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि जसपाल को आमंत्रित करना एक भूल थी जिसे सुधार लिया गया। उन्होंने कहा कि कनाडा और भारत डिमॉक्रेसी की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध देश हैं दोनों देश दुनिया की बड़ी डिमॉक्रेसी में से एक है।
कनाडा के सांसद ने मांगी माफी
दरअसल कनाडा के ही एक सांसद रणदीप एस. सराय ने ट्रूडो के डिनर में खालिस्तान समर्थक आतंकी जसपाल अटवाल को आमंत्रित किया था। उन्होंने इसकी जिम्मेवारी लेते हुए माफी मांग ली है। वहीं विदेश मंत्रालय ने इसे लेकर कहा कि दोषी साबित हो चुके खालिस्तानी अलगाववादी जसपाल अटवाल को वीजा कैसे मिला इसकी जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि जसपाल अटवाल उसी वक्त भारत के दौरे पर है जब कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन टूडो भारत आये हैं।
खालिस्तानी अलगाववादी से मिली ट्रूडो की पत्नी
बता दें कि 20 फरवरी को मुंबई में आयोजित हुए एक इवेंट में जस्टिन ट्रूडो की पत्नी सोफी ट्रूडो ने जसपाल अटवाल से मुलाकात की। जिसकी तस्वीरें सामने आने के बाद विवाद खड़ा हो गया। खालिस्तान आतंकवादी जसपाल अटवाल प्रतिबंधित भारतीय सिख युवा संघ में सक्रिय था उसे 1986 में पंजाब के तत्कालीन मंत्री मल्लिकात सिंह सिद्धू की हत्या के प्रयास में दोषी ठहराया गया था। वह चार व्यक्तियों में से एक था जिन्होंने सिंधु की कार पर हमला किया और गोली मार दी।