Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Aug, 2017 11:39 AM
बिहार में राजनीतिक दलों में उथल पुथल की स्थिति बनी हुई है। कांग्रेस पर इस उतार चढ़ाव का असर सबसे अधिक देखने को मिल सकता है।
पटनाः बिहार में राजनीतिक दलों में उथल पुथल की स्थिति बनी हुई है। कांग्रेस पर इस उतार चढ़ाव का असर सबसे अधिक देखने को मिल रहा है। राजद और कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। जानकारी के अनुसार कांग्रेस के विधायकों में आपसी तनाव पैदा हो रहा है जिसके चलते कांग्रेस टूट की कगार पर पहुंच चुकी है। उनके इस तनाव की वजह राजद को माना जा रहा है।
कांग्रेस के कई विधायक राजद के साथ गठबंधन करने को सहमत नही है। कुछ विधायकों का मानना है कि राजद की सोच और उनकी सोच में जमीन आसमान का अंतर है। उनके अनुसार अपना रास्ता राजद से अलग करने में ही उनकी भलाई है। कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह ने भी कहा कि कांग्रेस के विधायकों को और नेताओं को रैली में शामिल होने का आमंत्रण नहीं मिला। राज्य अध्यक्ष डॉ. अशोक चौधरी को बिल्कुल पिछली पंक्ति में बैठाया गया।
कांग्रेस को महागठबंधन के चलते सरकार चलाने का मौका भी मिला लेकिन बिहार में आए सियासी घमासान के कारण 20 महीनों मेें ही सरकार हाथ से निकल गई। राजद की रैली में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने को लेकर तंज कसे गए। राजद की रैली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी शामिल नही हुए।