Edited By ,Updated: 22 Nov, 2016 12:50 PM
बड़े नोटों को अमान्य करने के मोदी सरकार के निर्णय के मुद्दे पर आज लोकसभा में लगातार दूसरे दिन विपक्षी सदस्यों ने भारी हंगामा किया और सदन का कार्य स्थगित करके मतविभाजन वाले नियम 56 के तहत तत्काल चर्चा कराने की मांग की।
नई दिल्ली: बड़े नोटों को अमान्य करने के मोदी सरकार के निर्णय के मुद्दे पर आज लोकसभा में लगातार दूसरे दिन विपक्षी सदस्यों ने भारी हंगामा किया और सदन का कार्य स्थगित करके मतविभाजन वाले नियम 56 के तहत तत्काल चर्चा कराने की मांग की। हंगामे के कारण लोकसभा की कार्रवाई करीब 11 बजकर 20 मिनट पर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। सरकार का कहना है कि यह कदम कालाधन, भ्रष्टाचार और जाली नोट के खिलाफ उठाया गया है और वह नियम 193 के तहत चर्चा कराने को तैयार है हालांकि विपक्षी दल कार्य स्थगित करके चर्चा कराने की मांग पर अड़े हुए हैं।
इस विषय पर अपनी मांग के समर्थन में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वाम दल के सदस्य अध्यक्ष के आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और सदन की कार्रवाई चलने देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि अगर आप गरीबों, आम लोगों की परेशानियों को उठाना चाहते हैं तो चर्चा करें। अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा ‘‘आप टीवी पर आना चाहते हैं। तो जरूर आइए। मैं लोक सभा टीवी से आग्रह करती हूं कि वो इन्हें दिखाए। आप इधर आ जाएइ, आपको टीवी पर जरूर दिखाएंगे।’’
उन्होंने कहा कि यह तरीका ठीक नहीं है। आप लोगों की परेशानी को उठाना चाहते हैं तो चर्चा करें, इस तरह से शोर-शराबा करना ठीक नहीं है। लोगों की तकलीफ रखने का यह तरीका ठीक नहीं है। अध्यक्ष ने कहा कि अगर आप वास्तव में जनप्रतिनिधि हैं तो इस प्रकार हंगामा करना उचित नहीं है। वहीं नोटबंदी के मुद्दे पर हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्रवाई भी एक स्थगन करनी पड़ी।