उत्तराखंड: जंगलों में भड़की आग पर धीरे-धीरे हो रहा नियंत्रण, हेलिकॉप्टर्स से गिराया जा रहा पानी

Edited By ,Updated: 01 May, 2016 10:28 PM

uttarakhand fire

उत्तराखंड प्रशासन ने आज कहा कि प्रदेश के जंगलों में भड़की आग धीरे-धीरे नियंत्रण में आ रही है। हालांकि पौड़ी तथा अन्य कई जिलों में आग की लपटें अब भी दिखाई दे रही हैं।

देहरादून: उत्तराखंड प्रशासन ने आज कहा कि प्रदेश के जंगलों में भड़की आग धीरे-धीरे नियंत्रण में आ रही है। हालांकि पौड़ी तथा अन्य कई जिलों में आग की लपटें अब भी दिखाई दे रही हैं। प्रदेश के मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह ने यहां बताया कि केंद्र सरकार से मदद को मिले एमआई-17 हैलीकाप्टरों ने आज सुबह नैनीताल जिले के किलबरी के जंगलों में भड़की आग को बुझाने का प्रयास किया। हांलांकि, कुछ कारणवश बाकी जगहों पर आग बुझाने के लिये हैलीकाप्टर घोडाखाल से उड़ान नहीं भर पाए।

सिंह ने बताया कि अब हैलीकॉप्टर हल्द्वानी से उड़ान भरने का प्रयास करेंगे और जंंगलों में लगी आग को बुझाने में मदद करेंगे। अतिरिक्त मुख्य सचिव, वन, एस रामास्वामी ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, राज्य आपदा मोचन बल और 6000 से अधिक वनकर्मी सेना के जवानों की मदद से जंगलों में लगी आग बुझाने के कार्य में जुटे हुए हैं। उन्होंने बताया कि नैनीताल जिले में जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए वायुसेना के एमआई-17 हैलीकाप्टर ने कल शाम कई बार उड़ानें भरीं और आग बुझाने का प्रयास किया।

हालांकि, रामास्वामी ने कहा कि आज सुबह से कई स्थानों पर जंगलों में लगी आग की वजह से इलाकों में घना धुआं छाया हुआ है जिसकी वजह से आग बुझाने के काम में दिक्कत आ रही है। पौड़ी के जिलाधिकारी चंद्रशेखर भट्ट का हवाला देते हुए अपर मुख्य सचिव, वन ने कहा कि जिले में कई जगह जंगलों में लगी आग की वजह से वहां घना धुंआ छा गया है और इसकी वजह से उस पर नियंत्रण पाने का कार्य प्रभावित हो रहा है।

उन्होंने कहा कि विश्व प्रसिद्घ जिम कार्बेट और राजाजी पार्क के जंगलों में लगी आग बुझ गई है। रामास्वामी ने भी कहा, ‘‘हमारा मानना है कि आज और कल से भड़की आग धीरे-धीरे नियंत्रण में आ रही है और हम बहुत जल्द ही बाकी जगहों पर भी नियंत्रण कर लेंगे।’’ उन्होंने बताया कि राज्य प्रशासन ने वनाग्नि पर नियंत्रण के लिए कई स्तरों पर कुल मिलाकर 27 करोड़ रुपए जारी करने का फैसला किया है।

उन्होंने बताया कि इसमें से आठ करोड़ रुपए उन स्थानीय लोगों के लिए जारी किए जा रहे हैं जो जंगलों में लगी आग बुझाने के काम में वनकर्मियों की मदद करेंगे। इसमें स्थानीय लोगों के आने-जाने तथा खाने की व्यवस्था जैसी चीजें शामिल है। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि पांच करोड रुपए वन पंचायतों को दिये जा रहे हैं जबकि 14 करोड़ रुपए आकस्मिक योजना के तहत जारी करने का फैसला किया गया है। मौसम का पारा चढ़ने के साथ ही प्रदेश के जंगलों में आग लगने से अब तक पांच लोगों की मृत्यु हो चुकी है और करीब 2000 हेक्टेअर जंगल तबाह हो गया है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि 3-4 दिन या एक हफ्ते में इस आग पर काबू पाया जा सकेगा।

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