Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Feb, 2018 03:06 PM
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने आज एक कार्यक्रम में बीफ और किस फेस्टिवल मनाने के औचित्य पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि इसको लेकर हो-हल्ला नहीं करना चाहिए। अगर आप लोग बीफ खाना चाहते हैं तो खाइए लेकिन इसके लिए फेस्टिवल आयोजित करने की क्या जरूरत है।
नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने आज एक कार्यक्रम में बीफ और किस फेस्टिवल मनाने के औचित्य पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि इसको लेकर हो-हल्ला नहीं करना चाहिए। अगर आप लोग बीफ खाना चाहते हैं तो खाइए लेकिन इसके लिए फेस्टिवल आयोजित करने की क्या जरूरत है। वहीं किस करने पर उन्होंने कहा कि आपको किसी को किस करनी है तो करें इसके लिए फेस्टिवल करने का औचित्य समझ नहीं आया। अफजल गुरु के मामले पर नायडू ने कहा कि लोग ऐसे शख्स के नाम का जाप कर रहे हैं या उसकी बरसी मना रहे हैं जिसने हमारी संसद को उड़ाने की कोशिश की थी। आखिर लोगों को हो क्या गया है क्यों सही या गलत समझ नहीं आ रहा।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले नीति आयोग और सीआईआई के कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति ने कहा था कि हर किसी को नौकरी दे पाना संभव नहीं है। चुनावों में सरकारें ऐसे दावे इसलिए करती हैं क्योंकि उन्हें वोट मिल सके। अगर सरकारें ऐसे वादे नहीं करेंगी तो कोई उनका वोट नहीं देगा। उन्होंने इस दौरान कहा था कि काम वो होता है जो किसी पर भी निर्भर हो इसलिए पकौड़ा बनाना भी एक काम ही है। पकौड़ा बनाने को रोजगार कहने पर पिछले काफी समय से राजनीति हो रही है।