Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Jun, 2017 02:59 PM
डेट ऑफ बर्थ में फर्जीवाड़े की वजह से गिरफ्तार हुए बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में टॉप करने वाले गणेश कुमार का कहना है।
पटना: डेट ऑफ बर्थ में फर्जीवाड़े की वजह से गिरफ्तार हुए बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में टॉप करने वाले गणेश कुमार का कहना है कि उन्होंने अपने ऊपर 15 लाख रुपए के कर्ज को चुकाने के लिए ऐसा किया। गणेश को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनका रिजल्ट भी कैंसल कर दिया गया है। गणेश ने कहा कि उन्होंने अपनी उम्र इसलिए छिपाई क्योंकि वह प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयारी करना चाहते थे। वह 15 लाख रुपए के कर्जे में थे और उन्हें बच्चों के पालन-पोषण के लिए भी पैसे चाहिए थे।
गणेश ने कहा कि मैं प्रतियोगी परीक्षा देकर सरकारी नौकरी पाना चाहता था ताकि कर्ज चुका सकूं। मेरी उम्र इसमें सबसे बड़ा रोड़ा थी। इसलिए मैंने नई पहचान पाने की कोशिश की। साल 2013 में बिहार आने से पहले गणेश कोलकाता की एक कंपनी में काम करते थे। कंपनी का कुछ काम झारखंड के गिरिडीह में भी होता था और गणेश वहीं कार्यरत थे। आरोप है कि गणेश ने इस कंपनी के भी 15 लाख रुपए गबन किए थे। हालांकि, गणेश ने इन आरोपों को मानने से इनकार कर दिया है और कंपनी को फ्रॉड बताया है।