Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Oct, 2017 01:54 PM
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का अपना अलग ही अंदाज था, उनके इसी स्टाइल के लोग काफी कायल रहे हैं। वाजपेयी की कार्यशैली से लेकर उनकी वाक शैली की विपक्ष भी मुरीद रही है। 92 वर्षीय वाजपेयी अब राजनीति से दूर हैं लेकिन उनकी मीडिया में चर्चा होती...
नई दिल्लीः पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का अपना अलग ही अंदाज था, उनके इसी स्टाइल के लोग काफी कायल रहे हैं। वाजपेयी की कार्यशैली से लेकर उनकी वाक शैली की विपक्ष भी मुरीद रही है। 92 वर्षीय वाजपेयी अब राजनीति से दूर हैं लेकिन उनकी मीडिया में चर्चा होती रहती है। लोग आज भी उनके द्वारा किए कामों को लेकर उन्हें याद करते हैं। एक ऐसा ही वाकया इन दिनो सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है जब वाजपेयी एक स्कूल में गए तो वहां बच्चों को संबोधित करते हुए उन्होंने कह था कि मैंने आपके स्कूल को 1000 रुपए दान दिए हैं।
उन्होंने कहा था कि फिलहाल मेरे पास इतने ही रुपए हैं क्योंकि मैं इससे ज्यादा नहीं दे सकता। अपने संबोधन में उन्होंने कहा था कि चुनावों में हार-जीत होती रहती है लेकिन मैं कभी अपनी हार से परेशान नहीं हुआ। चुनाव हारने के बाद मैं कभी रोया नहीं कि हाय मैं चुनाव हार गया। आप लोग मुझे अपना मामा बुलाते हैं लेकिन हाल ही में आपके मामा की नौकरी छिन गई है इसलिए एक हजार रुपए देकर ही जा रहा हूं। वाजपेयी के भाषण लोगों मपर काफी छाप छोड़ते थे। गंभीर मुद्दों पर जब वो बोलते थे तो रोंगटे खड़े हो जाते थे।