Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Dec, 2017 04:41 PM
चारा घोटाला के देवघर कोषागार से अवैध निकासी करने के मामले पर सीबीआई ने 23 दिसंबर को राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को दोषी करार दिया है। लालू की सजा का ऐलान 3 जनवरी को किया जाएगा। लालू के लिए दिसंबर सदा अशुभ साबित हुआ है। लालू को 1970 के दशक में...
पटना/रांचीः चारा घोटाला के देवघर कोषागार से अवैध निकासी करने के मामले पर सीबीआई ने 23 दिसंबर को राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को दोषी करार दिया है। लालू की सजा का ऐलान 3 जनवरी को किया जाएगा। लालू के लिए दिसंबर सदा अशुभ साबित हुआ है।
लालू को 1970 के दशक में आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था अधिनियम (MISA) के तहत गिरफ्तार किया गया था। लालू पूरा एक महीना जेल में रहे थे और वह महीना भी दिसंबर का ही था।
23 जुलाई 1997 में जब उनके खिलाफ चारा घोटाला के मामले पर चार्जशीट दाखिल हुई तब भी वह जेल गए थे। उस समय वह 12 दिसंबर को जेल से छूटकर बाहर आए। इस दौरान वह बिहार के मुख्यमंत्री थे लेकिन उन्हें इस पद से इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद लालू ने अपनी पत्नी राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री पद का कार्यभार सौंपा था।
इसके अतिरिक्त चारा घोटाला के दूसरे मामले में वह 28 अक्टूबर 1998 को जेल गए थे। तब भी वह दिसंबर में ही जेल से बाहर आए थे। इस बार भी दिसंबर में ही चारा घोटाला के मामले पर सीबीआई ने फैसला सुनाते हुए लालू को रांची की बिरसा मुंडा जेल में भेजा है।