Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Oct, 2017 03:36 PM
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अमित शाह और अरुण जेतली ने गत रात बैठक कर इस बात पर चर्चा की कि जीएसटी पर...
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अमित शाह और अरुण जेतली ने गत रात बैठक कर इस बात पर चर्चा की कि जीएसटी पर व्यापारियों की कठिनाइयों को कम करने के लिए क्या कदम उठाए जाएं? बैठक में इस मामले पर भी चर्चा की गई कि यशवंत सिन्हा के साथ क्या किया जाए? अमित शाह ने स्पष्ट तौर पर कहा कि यशवंत को तुरंत पार्टी से निष्कासित कर दिया जाना चाहिए मगर जेतली के अलग विचार थे। उन्होंने महसूस किया कि उन्हें मनीष तिवारी और अरविंद केजरीवाल की कम्पनी में अकेले ही छोड़ दिया जाना चाहिए।
यशवंत का बिहार और झारखंड में कोई अधिक जनाधार नहीं क्योंकि उनका बेटा सरकार की नीतियों का मजबूती के साथ समर्थन कर रहा है इसलिए चिंता की कोई बात नहीं। मोदी कुछ समय तक सुनते रहे और बिना कोई टिप्पणी किए उठ कर चले गए। सिन्हा पीड़ित कार्ड खेलना चाहते हैं और वह निश्चित तौर पर मोदी विरोधी ताकतों के लिए खतरनाक प्रचारक होंगे। ‘आप’ के अरविंद केजरीवाल उन्हें लुभा रहे हैं क्योंकि वह संसद के भीतर और बाहर पार्टी के भविष्य को बढ़ावा देने के लिए एक मजबूत नेता चाहते हैं।