Edited By ,Updated: 15 Dec, 2016 03:22 PM
भोपाल की रहने वाली 48 साल की सीमा शुक्ला को एक बेहद दुर्लभ बीमारी थी। इसकी वजह से उन्हें अपनी ही किडनी खुद को ''डोनेट'' करनी पड़ी।
मुंबई : भोपाल की रहने वाली 48 साल की सीमा शुक्ला को एक बेहद दुर्लभ बीमारी थी। इसकी वजह से उन्हें अपनी ही किडनी खुद को 'डोनेट' करनी पड़ी। सुनने में ये थोड़ा अजीब लगे लेकिन बात बिल्कुल सही है। वे देश की उन चुनिंदा मरीजों में से एक है, जिनका ऑटो रेनल ट्रांसप्लांट हुआ है। इसके तहत, उनके किडनी को उनके शरीर के मूल स्थान से अलग किया गया। उसे रिपेयर किया गया और बाद में वापस से शरीर में ही किसी दूसरी जगह लगा दिया गया।
सीमा का इलाज करने वाले अस्पताल के डा. मदन बहादुर ने बताया कि हमें कहा गया कि या तो उसे पूरी जिंदगी डायलिसिस पर रहना होगा या किडनी ट्रांसप्लांट होगा। लेकिन जब टैस्ट कराया तो पाया कि उसकी लैफ्ट किडनी पूरी तरह से खराब नहीं हुई। किडनी के बायोप्सी से पता चला कि उसमें अब भी काम करने की क्षमता है।
सीमा के पति मदन मोहन शुक्ला ने बताया कि वह भोपाल गैस त्रासदी झेल चुकी है और उनकी राइट किडनी कई सालों से क्षमता से कम काम कर रही थी। मई में इन्फैक्शन के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। उसके बाद ही पता चला था कि उसकी दोनों किडनी फेल हो चुकी है। ऑपरेशन के बाद सीमा अब पूरी तरह से नॉर्मल हैं।