वर्ल्ड फूड डेः भारत में हर चार में से एक बच्चा भूखा

Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Oct, 2017 08:49 PM

world food day every child in india needs a child starving

संयुक्त राष्ट्र की भूख संबंधी एक सालाना रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में करीब 20 करोड़ लोग प्रतिदिन भूखे पेट सोने के लिए मजबूर हैं

इंटरनेशनल डेस्कः वर्ल्ड फूड डे पूरे विश्‍व में 16 अक्‍टूबर को सेलीब्रेट किया जाता है। ऐसे में यूनाइटेड नेशंस की एक रिपोर्ट की माने तो दुनिया में 79.5 फी‍सदी लोगों के पास खाना नहीं है। सिर्फ भारत में ही करीब 20 करोड़ लोग प्रतिदिन भूखे पेट सोने के लिए मजबूर हैं। यानी हर चार बच्चों के बीच एक बच्चे को भूखा रहना पड़ता है। यह आंकड़ा चीन में भुखमरी के शिकार लोगों से कहीं ज्यादा है। संयुक्त राष्ट्र की भूख संबंधी एक सालाना रिपोर्ट में इस आंकड़े का खुलासा किया गया है। संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन ने अपनी रिपोर्ट 'द स्टेट ऑफ फूट इनसिक्योरिटी इन द व‌र्ल्ड 2015' में कहा  कि वैश्विक स्तर पर यह संख्या 2014-15 में घटकर 79.5 करोड़ रह गई है जो 1990-92 में एक अरब थी। 

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इसलिए मनाया जाता है वर्ल्ड फूड डे
भूख उन्मूलन की दिशा में एक वैश्विक कदम की शुरुआत के लिए 16 अक्टूबर को विश्व खाद्य दिवस मनाया जाता है। यह 16 अक्‍टूबर 1945 में संयुक्त राष्ट्र के खाद्य और कृषि संगठन की स्थापना का जश्न मनाने के लिए अस्तित्व में आया। संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों सहित पूरे विश्व में 150 से अधिक देशों ने हर साल विश्व खाद्य दिवस का जश्न मनाने के लिए आयोजनों का आयोजन किया। यह डब्लूएफडी आधिकारिक वेबसाइट पर उल्लेखित "संयुक्त राष्ट्र कैलेंडर के सबसे मनाया दिन" में से एक है। 
PunjabKesariचीन ने भारत से कहीं बेहतर काम किया
रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत में 1990 तथा 2015 के दौरान भूखे रहने वाले लोगों की संख्या में गिरावट आई है। साल 1990-92 में भारत में यह संख्या 21.01 करोड़ थी, जो 2014-15 में घटकर 19.46 करोड़ रह गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने अपनी जनसंख्या में भोजन से वंचित रहने वालों की संख्या घटाने के महत्वपूर्ण प्रयास किए हैं। एएफओ के अनुसार अब भी 19.4 करोड़ लोग भूखे सोते हैं। भूखे लोगों की संख्या में कमी लाने के मामले में चीन ने भारत से कहीं बेहतर काम किया है। 1990-91 में चीन में भुखमरी के शिकार लोगों की संख्या 28.9 करोड़ से घटकर 2014-15 में 13.38 करोड़ रह गई। 
PunjabKesariभुखमरी को कम करने का हो रहा है प्रयास
एफएओ की निगरानी वाले 129 में से 72 देशों ने 2015 तक भुखमरी को घटाकर आधे करने के मिलेनियम डिवेलपमेंट टारगेट को हासिल कर लिया। रिपोर्ट में इस क्षेत्र में शानदार उन्नति के लिए लैटिन अमेरिका और कैरेबियन, साउथ ईस्ट और सेंट्रल एशिया और अफ्रीका के कुछ हिस्सों का विशेष जिक्र है। यूएन की रिपोर्ट में कहा गया है कि सभी चीजों के विश्लेषण से यह बात सामने आती है कि समावेशी आर्थिक विकास, कृषि क्षेत्र में निवेश और सामाजिक सुरक्षा के साथ-साथ राजनीतिक स्थायित्व से भुखमरी को कम किया जा सकता है।

विश्व में आबादी का हाल
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7.30 अबर है पूरी दुनिया की जनसंख्या।
- 1.40 अरब चीन की आबादी है, जो इस मामले में पहले नंबर पर है।
- 1.28 अरब भारत की आबादी है, जो दुनिया में दूसरे पायदान पर जमा है।
- 03 नवंबर को अमेरिका की कुल जनसंख्या 32 करोड़ हो जाएगी।
- 20.26 करोड़ की आबादी है ब्राजील की और 25.36 करोड़ इंडोनेशिया की। 
- 4.2 करोड़ आबादी इस साल अब तक बढ़ चुकी है दुनिया की।
- 47 प्रतिशत आबादी भारत, चीन, अमेरिका, ब्राजील और इंडोनेशिया में बसती है।

 दुनिया में कितने भूखे
- 19.40 करोड़ भूखे लोग हैं भारत में।
- 1990-92 में दुनिया में एक अरब लोग भूखे थे।
- 2014-15 में यह संख्या घटकर 79.50 करोड़ हो गई।

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