Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Jan, 2018 12:45 AM
भाजपा से बगावत का झंड़ा बुलंदा करने वाले वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों की सदस्यता खत्म किए जाने को तुगलकशाही फैसला करार दिया
नई दिल्लीः भाजपा से बगावत का झंड़ा बुलंदा करने वाले वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों की सदस्यता खत्म किए जाने को तुगलकशाही फैसला करार दिया।
उन्होंने ट्वीट किया कि राष्ट्रपति का फैसला न्याय की प्रकृति के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि इस मामले में न कोई सुनवाई हुई और न ही हाईकोर्ट के फैसले का इंतजार किया गया। स्वाभाविक न्याय का पूरी तरह गर्भपात करा दिया गया।
यह तुगलकशाही का सबसे बदतर आदेश है। इस पर उनके इस ट्वीट को आप के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से रिट्वीट भी किया गया। अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में मंत्री रह चुके सिन्हा ने पिछले कुछ दिनों से सरकार और भाजपा नेतृत्व के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है।
उन्होंने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ प्रेस कांफ्रेंस करने वाले चार जजों के बहाने पर भी सरकार पर निशाना साधा था।
गौरतलब है कि लाभ के पद के उल्लंघन मामले में आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों की सदस्यता रद्द करने के लिए चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति से सिफारिश की थी। राष्ट्रपति ने रविवार को चुनाव आयोग की सिफारिश को मंजूरी दे दी।