Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Jul, 2017 09:15 PM
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य लोक सेवा आयोग की 2012 ...
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य लोक सेवा आयोग की 2012 से हुई अब तक की नियुक्तियों की जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) से कराने की आज घोषणा की। योगी ने विधानसभा में बजट पर हुई चर्चा के दौरान सदन में कहा कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की नियुक्तियों में व्यापक पैमाने पर धांधली हुई है। इसलिए 2012 से अब तक हुई नियुक्तियों की जांच केन्द्रीय जांच ब्यूरो से कराई जाएगी। हरियाणा के एक मुख्यमंत्री नियुक्तियों में धांधली के आरोप में ही दस वर्षों से जेल में सड़ रहे हैं।
गौरतलब है कि 15 मार्च 2012 को मुख्यमंत्री के रुप में समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शपथ ग्रहण किया था। उनकी सरकार पांच साल चली। उनके सरकार के कार्यकाल में आयोग की नियुक्तियों पर कई बार सवाल खड़े हुए। इलाहाबाद उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय तक को दखल देना पड़ा था। उन्होंने कहा कि प्रदेश के नौजवानों का हक मरने नहीं देंगे। नियुक्तियों में उच्चतम न्यायालय ने रोक लगा रखी थी। नियुक्तियों के कागजातों में आग भी लगा दिए गए। अब ऐसा नहीं होगा। जांच होगी और दोषी बख्शे नहीं जाएंगे।