Edited By ,Updated: 16 Nov, 2016 11:39 PM
केन्द्र द्वारा विवादित धर्म प्रचारक जाकिर नाइक के ‘इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन’ आईआरएफ पर ...
मुंबई: केन्द्र द्वारा विवादित धर्म प्रचारक जाकिर नाइक के ‘इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन’ आईआरएफ पर पांच साल के लिए पाबंदी लगाने के एक दिन बाद, महाराष्ट्र सरकार ने उन स्थानीय लोगों और संगठनों पर करीबी नजर रखने का फैसला किया जो एनजीओ के लिए अब भी धन जुटा रहे हैं और ऐसे लोगों को ‘‘समाज विरोधी तत्व’’ माना जाएगा।
राज्य के गृह राज्यमंत्री दीपक केसारकर ने यहां संवाददाताओं से कहा कि आईआरएफ को प्रतिबंधित करना संगठन के लिए तगड़ा झटका है। इसकी राष्ट्रविरोधी क्रियाकलापों को अब नियंत्रित किया जा सकता है। यह अंतरराष्ट्रीय संगठनों से कोष प्राप्त नहीं कर सकता लेकिन संदेह है कि वे स्थानीय लोगों से कोष प्राप्त करते रहेंगे। केन्द्र सरकार ने कल आईआरएफ को इसके आतंकी क्रियाकलापों के लिए आतंक विरोधी कानून के तहत प्रतिबंधित संगठन घोषित किया था। यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की बैठक में किया गया।