Edited By ,Updated: 26 Jan, 2015 12:49 AM
जेएनएनयूआरएम फंडिंग के तहत आई नई बसों को लेकर मीडिया में बयानबाजी करना हिमाचल परिवहन मजदूर संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष शंकर सिंह ठाकुर को महंगा पड़ा।
शिमला: जेएनएनयूआरएम फंडिंग के तहत आई नई बसों को लेकर मीडिया में बयानबाजी करना हिमाचल परिवहन मजदूर संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष शंकर सिंह ठाकुर को महंगा पड़ा। हिमाचल पथ परिवहन निगम प्रबंधन ने ठाकुर को कारण बताओ नोटिस थमा दिया है और 7 दिन के भीतर इसका जवाब देने के निर्देश दिए हैं। निगम ने नोटिस में साफ किया है कि निर्धारित तिथि तक जवाब न देने पर उनकी सेवाओं को समाप्त किया जा सकता है। उक्त नोटिस आरएम तारादेवी की ओर से जारी किया गया है।
नोटिस में कहा गया है कि शंकर द्वारा मीडिया में दिए गए बयान से सरकार व निगम की छवि खराब हुई है और कर्मचारियों में भ्रम की स्थिति पैदा हुई है, इसलिए वह इसका जवाब दें। उधर, इस मामले को लेकर परिवहन मजदूर संघ भड़क गया है। उपाध्यक्ष शंकर सिंह ठाकुर ने कहा कि वह नोटिस का जरूर जवाब देंगे। शंकर के अनुसार उन्होंने इतना कहा था कि नई आई लो फ्लोर बसें प्रदेश की कठिन भौगोलिक स्थिति व गुमावदार सड़कों पर चलने के लिए उपयुक्त नहीं हैं जोकि सही है। उन्होंने कहा कि उक्त बसें 39 फुट लंबी हैं और 36 सीटें हैं।
शंकर ने कहा कि खुद परिवहन मंत्री इन बसों के बड़े आकार का मामला केंद्र से उठा चुके हैं, ऐसे में उन्होंने क्या गलत कहा। शंकर ने कहा कि संघ इस पूरे मामले को लेकर 3 फरवरी को शिमला में एक आपात बैठक बुलाएगा। बैठक में इस मामले को लेकर आगामी रणनीति तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रबंधन की ओर से उन्हें नौकरी से बर्खास्त करने की धमकी मिली है जोकि न्यायसंगत नहीं है।