Edited By ,Updated: 27 Jan, 2015 10:13 AM
बराक ओबामा की भारत यात्रा को लेकर जहां एक तरफ पाकिस्तान तिलमिलाया हुआ है, वहीं अब चीन ने भी भारत के 'दुशमन' पाकिस्तान को ना बदलने वाला सदाबहार दोस्त बताया।
नई दिल्ली: बराक ओबामा की भारत यात्रा को लेकर जहां एक तरफ पाकिस्तान तिलमिलाया हुआ है, वहीं अब चीन भी भारत-अमेरिका की दोस्ती को लेकर घबराया हुआ है।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा की संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस के बाद चीन ने कहा है कि प्रशांत और हिंद महासागर के साथ ही एशिया के विवादों में किसी बाहरी ताकत का दखल उसे मंजूर नहीं है और इन मामलों को आपस में बातचीत के जरिए सुलझाया जाना चाहिए। चीन के विदेश मंत्रालय ने यह प्रतिक्रिया दी है। चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत को एनएसजी में शामिल होने से पहले एनपीटी यानी परमाणु अप्रसार संधि पर दस्तखत करने होंगे।
वहीं चीन ने पाकिस्तान को अपना अभिन्न मित्र बताया है। चीन ने भारत के पड़ोसी देश को 'न बदले जाने लायक एक सदाबहार मित्र' बताते हुए पूरा सहयोग करने का संकल्प लिया। बता दें कि पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल राहील शरीफ चीन दौरे पर हैं। यहां उनकी चीनी विदेश मंत्री वांग यी और अन्य नेताओं से मुलाकात के बीच यह टिप्पणी आई है। पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता असीम बाजवा के मुताबिक, मुलाकात के दौरान यी ने शरीफ से कहा, पाकिस्तान चीन का कभी नहीं बदलने लायक सदाबहार मित्र है और दोनों देश साझा नियति के हिस्सेदार समुदाय हैं।
ओबामा की दूसरी बार भारत यात्रा के बीच ही राहील शरीफ ने चीन की यात्रा की है। गौरतलब है कि पाकिस्तान आतंकवाद के मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान, दोनों देशों के दबाव का सामना कर रहा है। पाक सेना प्रमुख यहां की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। उन्होंने पीपुल्स कांफ्रेंस के अध्यक्ष यु जेंगशेंग के अध्यक्ष और अन्य वरिष्ठ नेताओं से भी मुलाकात की।